हार्ट को लेकर Gen Z रहें सावधान, तेजी से बढ़ रहा है हार्ट अटैक का खतरा, पहचानें लक्षण

लाइफस्टाइल डेस्क { गहरी खोज }: वर्ल्ड हार्ट डे पर युवाओं को दिल के सेहत के बारे में जागरुक करने का अभियान चलाया जा रहा है। पिछले 10 सालों के आंकड़े बताते हैं युवाओं का दिल तेजी से बीमार हो रहा है। जिसकी वजह से न सिर्फ हार्ट अटैक के मामले बढ़े हैं बल्कि दिल से जुड़ी दूसरी बामारियों का खतरा भी बढ़ गया है। डॉक्टर जेनरेशन जेड यानि Gen Z से अपनी हार्ट हेल्थ को प्राथमिकता देने का अपील कर रहे हैं। साथ ही चेतावनी भी दे रहे हैं कि अगर समय रहते इस ओर ध्यान नहीं दिया गया तो हम सभी को इसका खामियाजा भुगतना पड़ेगा।
डॉक्टर्स की मानें तो कुछ ऐसे केसेज भी आए हैं जिसमें युवाओं के दिल में इतना डैमेज देखने को मिला है जो एक वृद्ध व्यक्तियों की तुलना में अधिक गंभीर है। युवाओं में हार्ट की बीमारियों की बढ़ती संख्या को देखते हुए, चेतावनी के संकेतों के प्रति जागरूक होना बेहद जरूरी है। इस साल विश्व हृदय दिवस की थीम, ‘डोंट मिस द बीट’, इसी संदेश पर जोर देती है।
Gen Z में बढ़ रहा है हार्ट का खतरा
शारदा हॉस्पिटल के इंटरनल मेडिसिन डिपार्टमेंट के प्रोफेसर डॉ भुमेश त्यागी ने बताया कि लगभग 10 साल पहले, बहुत कम युवाओं को दिल का दौरा या हार्ट की बीमारियां होती थीं, लेकिन अब यह आम बात हो गई है। करीब 1 महीने में 15-20 हार्ट अटैक और स्ट्रोक के मामले युवाओं में आते हैं। जिसमें Gen Z भी शामिल हैं। जबकि इनमें से कुछ को तो डायबिटीज का कोई दूसरी बीमारी भी नहीं होती है।
हार्ट अटैक के लक्षण
मायो क्लीनिक के मुताबित सीने में दर्द जो दबाव, जकड़न, दर्द, दबाव या पीड़ा जैसा महसूस हो सकता है। दर्द या बेचैनी जो कंधे, बांह, पीठ, गर्दन, जबड़े, दांत या कभी-कभी ऊपरी पेट तक फैल जाती है। महिलाओं में गर्दन, बांह या पीठ में हल्का या तेज दर्द जैसे असामान्य लक्षण हो सकते हैं। कभी-कभी दिल के दौरे का पहला लक्षण अचानक हार्ट बीट रुकना होता है।
- ठंडा पसीना
- थकान
- सीने में जलन या अपच
- चक्कर आना या अचानक चक्कर आना
- जी मिचलाना
- सांस लेने में कठिनाई
अमेरिकन जर्नल ऑफ कार्डियोलॉजी में छपी एक रिसर्च से चिंताजनक आंकडे सामने आए हैं। अध्ययन में कहा गया है कि जेनरेशन Z, जिनमें से कई लोग दिन में 7-8 घंटे से ज्यादा स्क्रीन के सामने बिताते हैं, उन्हें गंभीर हार्ट संबंधी समस्याओं का खतरा काफी ज्यादा है। हार्ट अटैक के ज्यादातर मामलों में स्क्रीन टाइम बड़ा रिस्क फैक्टर बन रहा है। इसलिए युवा पीढ़ी को इससे सावधान रहना चाहिए।
हार्ट अटैक से बचने के उपाय
हार्ट अटैक से बचने के लिए आपको हेल्दी लाइफस्टाइल अपनाना जरूरी है। जिसमें अच्छा घर का बना खाना, डेली वर्कआउट, समय पर सोना और एंटरटेनमेंट के लिए स्क्रीन टाइम को कम करना चाहिए। दिल को स्वस्थ रखने के लिए ज्यादा से ज्यादा फिजिकल एक्टिविटी करें। इससे हार्ट अटैक के खतरे को कम किया जा सकता है।