ओली ने की सुरक्षा की मांग, नेपाल में सत्ता परिवर्तन को बताया विदेशी षडयंत्र

काठमांडू{ गहरी खोज }: नेपाल के पूर्व प्रधान मंत्री केपी शर्मा ओली ने देश की नयी अंतरिम सरकार से उन्हें व्यक्तिगत सुरक्षा बढ़ाने की मांग की है और देश में युवाओं के हिंसक आंदाेलन में सत्ता परिवर्तन काे विदेशी षड्यंत्र करार दिया है।
ओली ने जेन जी के आंदाेलन में उनकी सरकार के अपदस्थ किये जाने के बाद पहली बार सार्वजनिक प्रतिक्रिया में अपनी व्यक्तिगत सुरक्षा में कमी काे लेकर चिन्ता जाहिर करते हुए सरकार से सुरक्षा बढ़ाने की मांग की है। उन्हाेंने कहा कि सरकार बाकी सुविधा भले ही कटौती कर सकती है, लेकिन सुरक्षा प्रदान करना उसका कर्तव्य है।
प्रधानमंत्री के पद से विस्थापित होने के बाद शनिवार को पहली बार पार्टी के सार्वजनिक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए ओली ने कहा कि हाल ही मेरे घर घेरने और मुझे मारने की धमकी सोशल मीडिया पर लगातार मिलने के बाद भी सरकार ने कुछ नहीं किया।
ओली ने कहा कि इस समय वो एक किराए के घर पर रह रहे हैं लेकिन इसका लोकेशन ट्रैक करते हुए उसे सोशल मीडिया पर डाल दिया गया है और मेरे घर को घेरने और मुझे मारने की बाते सोशल मीडिया पर वायरल की जा रही है।
ओली ने कहा कि सरकार को उनकी सुरक्षा को और मजबूत करना चाहिए। चाहे बाकी सरकारी सुविधा के कटौती कर दे तो भी चलेगा। उन्होंने कहा कि राजनीतिक दल का विकल्प सड़क और प्रदर्शन से बनी सरकार नहीं हो सकता है। ओली ने कहा कि राजनीतिक दल का विकल्प राजनीतिक दल ही हो सकता है।
वर्तमान सरकार को प्रदर्शन, हत्या, हिंसा और आगजनी के बल पर बनी सरकार बताते हुए ओली न कहा कि जनता के मताधिकार से बनी सरकार को अपदस्थ कर यह सरकार बनी है। ओली ने नेपाल में समय पर चुनाव होने संपन्न होने में शंका व्यक्त की है।
उन्होंने कहा कि विदेशी के षडयंत्र के तहत देश को हिंसा की आग के झुक कर यह सरकार बनाई गई है इसलिए इसका उद्देश्य चुनाव कराना है ही नहीं। ओली ने कहा कि सिर्फ मुझे सत्ता से हटाने के लिए विदेशी षडयंत्र किया गया है।