नवरात्रि में कन्या पूजन कब करें? अष्टमी और नवमी पर कन्या जिमाने का शुभ मुहूर्त क्या रहेगा

धर्म { गहरी खोज } : नवरात्रि का पावन पर्व कन्या पूजन के बिना अधूरा माना जाता है। कहते हैं नवरात्रि की अष्टमी या नवमी पर कन्या पूजन जरूर करना चाहिए। इस पूजन में कन्याओं को घर पर बुलाया जाता है और उन्हें हलवा, पूरी और चने का भोग लगाया जाता है। फिर उनके पैर छूकर उनका आशीर्वाद प्राप्त किया जाता है। कन्याओं के भोजन करने के बाद व्रती अपने व्रत का पारण करते हैं। चलिए आपको बताते हैं इस साल कन्या पूजन की टाइमिंग क्या रहेगी।
कन्या पूजन कब है 2025 में
नवरात्रि में कन्या पूजन 30 सितंबर और 1 अक्टूबर दोनों दिन किया जाएगा। 30 सितंबर 2025 को अष्टमी कन्या पूजन रहेगा और 1 अक्टूबर 2025 को नवमी कन्या पूजन रहेगा।
कन्या पूजन मुहूर्त 2025
कन्या पूजन के लिए सबसे शुभ समय अभिजीत मुहूर्त का माना जाता है। वैसे आप सुबह से लेकर दोपहर तक के बीच में कभी भी कन्या पूजन कर सकते हैं। कन्या पूजन से पहले हवन पूजन जरूर करें।
अष्टमी कन्या पूजन मुहूर्त 2025
महाष्टमी पर कन्या पूजन का पहला शुभ मुहूर्त 30 सितंबर की सुबह 5:01 बजे से लेकर सुबह 6:13 बजे तक रहेगा। दूसरा मुहूर्त सुबह 10 बजकर 41 मिनट से दोपहर 12 बजकर 11 मिनट तक रहेगा।
नवमी कन्या पूजन मुहूर्त 2025
नवमी पर कन्या पूजन का पहला शुभ मुहूर्त सुबह 5 बजकर 1 मिनट से सुबह 6 बजकर 14 मिनट तक रहेगा। दूसरा शुभ मुहूर्त दोपहर को 2 बजकर 9 मिनट से लेकर 2 बजकर 57 मिनट तक रहेगा।
कन्या पूजन कैसे किया जाता है?
कन्या पूजन के दिन घर आई कन्याओं के सबसे पहले पैर धुले जाते हैं। इसके बाद उन्हें एक साफ आसन पर बिठाया जाता है। फिर कन्याओं के माथे पर तिलक लगाते हैं। साथ ही हाथ में कलावा बांधते हैं। फिर उन्हें भोजन खिलाया जाता है। इस दिन कन्याओं को खाने में हलवा, पूरी और चना जरूर देना चाहिए। इसके बाद उन्हें गिफ्ट या दक्षिणा देकर उनका आशीर्वाद प्राप्त करें।