40 की उम्र में क्यों लग रहे हैं ये 5 खतरनाक रोग, बाबा रामदेव से जानिए लाइफस्टाइल से जुड़ी बीमारियों से कैसे बचें

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लाइफस्टाइल डेस्क { गहरी खोज }: सोचिए अगर 35 की उम्र में ही थकान होने लगे, करियर का दबाव, परिवार की जिम्मेदारियां और तनाव इतना बढ़ जाए कि सेहत का ख्याल ही ना रहे। फिर आने वाले 20 साल में शरीर का हाल क्या होगा? ये सिर्फ एक सवाल नहीं है बल्कि वॉर्निंग सिग्नल है। क्योंकि ‘हॉर्वर्ड हेल्थ’ की ताजा स्टडी के मुताबिक इसी उम्र में यानि 40 की उम्र आते-आते मसल्स नेचुरली कमजोर पड़ने लगते हैं। दिल की सेहत बिगड़ने लगती है। कमजोर हो रहे जोड़ और हड्डियों का असर नजर आने लगता है। वजन बढ़ने के साथ दिमाग पर बोरियत हावी होने लगता है। इसलिए 40 की उम्र में सेहत का खास ख्याल रखना जरूरी है। मांसपेशियों की मजबूती सबसे जरूरी हो जाती है तो इसके लिए सुबह की सैर के साथ-साथ हफ्ते में 3-4 दिन पावर योग कीजिए यानि स्ट्रेंथ ट्रेनिंग। बाकी दिनों में कार्डियो वाले योगासन करेंगे तो इससे मसल्स स्ट्रॉन्ग होंगी और जोड़ों के दर्द और ऑस्टियो-आर्थराइटिस जैसी बीमारियों भी दूर रहेंगी।

मसल्स-बोन्स के बाद बारी दिल के सेहत की आती है। फिटनेस एक्सपर्ट कहते हैं अगर रोजाना 10 मिनट रोज सूक्ष्म व्यायाम किया जाए तो दिल लंबे वक्त तक स्वस्थ रहता है। साथ में नमक, चीनी, जंक फूड से दूरी और मानसिक शांति भी जरुरी है। 40 का मतलब ठहराव नहीं, बल्कि कुछ नया सीखते रहने का वक्त है। नया शौक, नई स्किल, नया कोर्स ये सब आपके आत्मविश्वास को बढ़ाते हैं। दिमाग को एक्टिव रखते हैं और मानसिक संतुलन बनाए रखते हैं। लेकिन बढ़ती उम्र के साथ पेट और कमर के आसपास जमा चर्बी भी बड़ी दुश्मन है। ये हार्ट डिजीज, डायबिटीज और हाई बीपी की फैक्ट्री है। इसके लिए रोज स्वामी रामदेव के बताए हुए योग करें और हेल्दी लाइफस्टाइल को अपनाएं।

40 में लगने वाली लाइफस्टाइल डिजीज
इन दिनों लाइफस्टाइल से होने वाली बीमारियां तेजी से बढ़ ही हैं। लाइफस्टाइल को खराब हमने खुद किया है जिसकी वजह से बीपी-शुगर, हाई कोलेस्ट्रॉल, ओबेसिटी, थायराइड, लंग्स प्रॉब्लम, इनसोम्निया, आर्थराइटिस और शरीर में पोषक तत्वों की कमी होने लगी है। इन बीमारियों से बचने के लिए खानपान और कुछ आदतों को सुधारने की जरूरत है।

बीपी नॉर्मल रहेगा- ब्लड प्रेशर को नॉर्मल रखने के लिए खाने में खजूर, दालचीनी, किशमिश, गाजर, अदरक, टमाटर और केला शामिल करे। इससे बीपी को कम किया जा सकता है।

हार्ट को बनाए हेल्दी- दिल की सेहत में सुधार लाना है तो खाने में लौकी जरूर शामिल करें। लौकी कल्प खाने से हार्ट हेल्थ बेहतर होती है। आप लौकी का सूप, लौकी की सब्जी, लौकी का जूस पी सकते हैं।

कैल्शियम के लिए क्या खाएं- हड्डियों को मजबूत बनाने के लिए कैल्शियम से भरपूर चीजें डाइट में शामिल करें। इसके लिए बादाम, ओट्स, बीन्स, तिल, सोया मिल्क और दूध का सेवन करें।

किडनी डिजीज को कैसे कंट्रोल करें- किडनी के मरीज को भी खाने का खास ख्याल रखने की जरूरत है। इसके लिए डाइट में नमक का इस्तेमाल कम करें। खाने से चीनी मात्रा भी कम कर दें। रोजाना भरपूर पानी पीएं और प्रोटीन इनटेक भी लो रखें।

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