रेलवे ने पंजाब को दी बड़ी सौगात, राजपुरा-मोहाली नई रेल लाइन बनेगी, वंदे भारत एक्सप्रेस चलेगी

नई दिल्ली{ गहरी खोज }: रेलवे ने पंजाब में राजपुरा से माेहाली तक 18 किलाेमीटर की एक नयी रेल लाइन बिछाने तथा फिराेजपुर छावनी और दिल्ली के बीच एक नयी वंदे भारत एक्सप्रेस की सेवा शुरू करने की आज घाेषणा की। रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव और राज्य मंत्री रवनीत सिंह बिट्टू ने मंगलवार को यहां रेल भवन में घाेषणा की कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में पंजाब को रेलवे क्षेत्र में एक और बड़ी सौगात मिली है। सरकार ने राजपुरा-मोहाली नई रेल लाइन को मंजूरी देने और फिरोजपुर कैंट–दिल्ली मार्ग पर नई वंदे भारत एक्सप्रेस चलाने की मंजूरी दी है।
रेलमंत्री ने बताया कि करीब 443 करोड़ रुपये की लागत से बनने वाली यह 18 किलोमीटर लंबी रेल लाइन पंजाब की 50 वर्ष पुरानी मांग को पूरा करेगी। इससे मालवा क्षेत्र के सभी 13 जिलों को राज्य की राजधानी चंडीगढ़ से सीधी रेल कनेक्टिविटी मिलेगी। अब तक लुधियाना से चंडीगढ़ पहुंचने के लिए अंबाला होकर जाना पड़ता था, जिससे लगभग 66 किलोमीटर अतिरिक्त दूरी तय करनी पड़ती थी। नई लाइन से इस दूरी और समय दोनों की बचत होगी।
रेलवे अधिकारियों के अनुसार इस परियोजना के लिए सबसे कम कृषि भूमि अधिग्रहण की जरूरत होगी, जिससे किसानों पर न्यूनतम असर पड़ेगा। इससे औद्योगिक एवं कृषि उत्पादों की आवाजाही तेज होगी, राजपुरा तापविद्युत संयंत्र जैसी इकाइयों को परिवहन में राहत मिलेगी और धार्मिक पर्यटन को भी बढ़ावा मिलेगा। यह मार्ग गुरुद्वारा फतेहगढ़ साहिब, शेख अहमद सिरहिंदी की दरगाह और संगोल संग्रहालय जैसे स्थलों को भी जोड़ेगा। वैष्णव ने कहा कि नई वंदे भारत एक्सप्रेस फिरोजपुर कैंट–भटिंडा–पटियाला होते हुए दिल्ली तक चलेगी। यह ट्रेन सप्ताह में छह दिन (बुधवार को छोड़कर) 486 किलोमीटर की दूरी 6 घंटे 40 मिनट में पूरी करेगी।
रेल मंत्री ने बताया कि 2009-14 में पंजाब के लिए औसतन 225 करोड़ रुपये सालाना निवेश होता था, जबकि 2025-26 में यह बढ़कर 5,421 करोड़ रुपये हो गया है। 2014 के बाद से अब तक 382 किमी नई पटरियां बिछाई गईं, 1,634 किमी मार्ग का विद्युतीकरण किया गया और 409 रेल फ्लाईओवर एवं अंडरब्रिज बनाए गए हैं।
उन्होंने कहा कि दीपावली और छठ पर्व के दौरान इस वर्ष रिकॉर्ड 12,000 स्पेशल ट्रेनें चलाई जाएंगी, जो पिछले साल की तुलना में लगभग 4,300 अधिक हैं। यात्री दबाव को देखते हुए 150 अनारक्षित ट्रेनें तैयार रखी गई हैं और 50 और ट्रेनों की घोषणा जल्द की जाएगी।
रेल मंत्री ने दावा किया कि अब देश के 70 रेल मंडलों में से 29 मंडलों ने 90 प्रतिशत से अधिक समयपालन दर्ज किया है, जिनमें कुछ की समयपालन दर 98 प्रतिशत तक है। यह बेहतर बुनियादी ढांचे और सुगम संचालन के कारण संभव हुआ है।