जीएसटी को आम जनता एवं व्यापारियों के लिए सरल एवं पारदर्शी बनाने की कोशिश की गयी: गिरीश चंद्र यादव

जौनपुर{ गहरी खोज }: खेल, युवा कल्याण राज्यमंत्री स्वतंत्र प्रभार गिरीश चन्द्र यादव ने मंगलवार को नगर के एक होटल में नेक्स्ट जेनरेशन जी एस टी रिफार्म 2.0 के तहत सुधार पर पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने गत 15 अगस्त 2025 को दिल्ली के लाल किले से 79 वें स्वतंत्रता दिवस पर अनेकों घोषणायें कीं, उसमें देश के आर्थिक दृष्टिकोण से सबसे महत्वपूर्ण घोषणा जीएसटी में बड़े बदलाव को लेकर की गयी।
उन्होंने कहा कि जीएसटी में सुधार से प्रधानमंत्री ने दीवाली का तोहफा बताया, जो कर दाताओं और व्यवसाइयों के लिए अनुपालन को सरल बनायेगा और आवश्यक वस्तुओं की कीमतें घटायेगा। जीएसटी परिषद की 56वीं बैठक 03 सितम्बर को कई ऐतिहासिक निर्णय लेते हुए देश के सामने जीएसटी दरों का एक नया प्रारूप पेश किया, जिससे जीएसटी को आम जनता एवं व्यापारियों दोनों के लिए सरल एवं पारदर्शी बनाने की कोशिश की गयी।
जीएसटी कर प्रणाली 01 जुलाई 2017 से लागू हुयी, जिसमें वस्तु एवं सेवाओं पर मुख्यतः 04 प्रकार की कर दरों क्रमशः 05, 12, 18 एवं 28 प्रतिशत की कर दरों को लागू किया गया। समय के साथ-साथ जीएसटी में थोड़े बहुत बदलाव होते रहें हैं। परन्तु जीएसटी कर सुधार 2.0 के तहत व्यापक पैमाने पर जीएसटी दरों में सुधार किया गया है, जिसके तहतः प्रमुखतः 02 प्रकार की कर की दरें 05 एवं 18 प्रतिशत निर्धारित की गयीं। इसके अतिरिक्त एक तीसरी दर लग्जरी वस्तओं (महंगी गाड़ियों आदि) पर तथा तम्बाकू उत्पादों पर 40 प्रतिशत निर्धारित की गयी। 2.0 के अन्तर्गत निम्न प्रकार से कर सुधार किये गये।
आवश्यक वस्तुओं के लिये कर राहतः आवश्यक वस्तुओं को राहत देते हुए व्यक्तिगत जीवन बीमा और स्वास्थ्य बीमा पर पूरा जीएसटी हटा दिया गया। अल्ट्रा-हाई टेम्परेचर दूध, पनीर और भारतीय ब्रेड पर अब कोई जीएसटी नहीं है। उपभोक्ता वस्तुएँः छोटी कारों, टीवी, एयर कंडीशनर, सीमेंट और ऑटो पार्ट्स पर कर 28% से घटाकर 18% किया गया है। अक्षय ऊर्जा उपकरणों पर कर 12% से घटाकर 5% कर दिया गया है। इन कटौतियों से विनिर्माण को बढ़ावा मिलने, हरित ऊर्जा के अंगीकरण को बढ़ावा मिलने और घरेलू मांग में वृद्धि होने की उम्मीद है तथा प्रथमिक क्षेत्र के उत्पादों को बढ़ावा मिलेगा।
चिकित्सा एवं स्वास्थ्य उपकरणः 33 जीवनरक्षक दवाओं पर जीएसटी 12% से घटाकर शून्य कर दिया गया है। कैंसर और दुर्लभ रोगों में प्रयोग होने वाली तीन महत्वपूर्ण दवाओं पर जीएसटी 5% से घटाकर शून्य कर दिया गया है, जिससे स्वास्थ्य सेवा तक अभिगम्यता बेहतर होगीं। कृषि और ग्रामीण क्षेत्रों के लिये समर्थनः ट्रैक्टर, हार्वेस्टर और कम्पोस्टर जैसी मशीनरी पर GST 12% से घटाकर 5% कर दिया गया है। सल्फ्यूरिक एसिड, नाइट्रिक एसिड और अमोनिया जैसे उर्वरक इनपुटः जीएसटी 18% से घटाकर 5% कर दिया गया है, जिससे किसानों की कृषि लागत में कमी आयेगी। हस्तशिल्प, संगमरमर और चमड़े की वस्तुओं जैसी श्रम-प्रधान वस्तुएँः GST 12% से घटाकर 5% कर दिया गया है। छोटी बैल्यू के एक्सपोर्ट पर अब कोई रिफण्ड सीमा नही होगी, जिससे छोटे व्यापारी भी निर्यात कर सकेंगे। विद्यार्थियों को ध्यान में रखते हुए स्टेशनरी वस्तुओं पर कर की दर को शून्य कर दी गयी है।
इसके अतिरिक्त व्यापार सुविधा और विवाद समाधानः वस्तु एवं सेवा कर अपीलीय अधिकरण (GSTAT) दिसम्बर 2025 तक चालू हो जाएगा। कई अन्य वस्तु एवं सेवाओं में फेरबदल कर सामन्जस्य बिठाने की कोशिश की गयी है, जैसे कि, रेडीमेड गारमेन्ट पर GST में रियायत दी गयी, जो कि, पहले 1000 रूपये से अधिक के गारमेन्ट पर 12 प्रतिशत था। अजब इस सीमा को बढाकर 2500.00 रूपये कर दिया गया है तथा कर की दर को 12% के स्थान पर 05% कर दिया गया है। इसी प्रकार का बदलाव फुटवियर में भी किया गया है। होटल रूम रेंट पर पहले 7500 रुपये या उससे नीचे के प्रतिदिन के किराये पर 18 प्रतिशत कर था, जिसे अब 05 प्रतिशत कर दिया गया है। इस घोषणाओं से एक प्रमुख बात यह रही कि, सरकार ने आम जनता से लेकर विद्यार्थी, किसान, उपभोक्ता, व्यापारी, मैन्यूफैक्चरर्स सभी का ध्यान रखते हुए यह कदम उठायें है, जिसेसे कि, कर दरों में कमी का लाभ साफ तौर पर दिखे और वस्तएं सस्ती हो जायेंगी।
वहीं अखिलेश यादव पर हमलावर होते हुए कहा कि अखिलेश यादव ने यूपी को बीमारू राज्य बना दिया था। अखिलेश के जमाने में एफआईआर दर्ज नहीं होती थी उनके समय में चोर उचक्के लफंगे बदमाश सक्रिय थे, आज योगी जी की सरकार में सब जेल के अंदर है। देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में देश प्रदेश लगातार उन्नति की ओर है।