पीएमजेएवाई के 7 साल पूरे, 55 करोड़ से अधिक लोगों तक पहुंचा लाभ

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नई दिल्ली{ गहरी खोज }: आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना (पीएमजेएवाई) के आज सात वर्ष पूरे हो गए। यह दुनिया की सबसे बड़ी सरकारी वित्त पोषित स्वास्थ्य बीमा योजना है, जिसे प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शुरू की थी। इस योजना के तहत अब तक 55 करोड़ से अधिक लोगों तक इसका लाभ पहुंचा है।
मंगलवार को केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा ने एक्स पर अपने संदेश में कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में विकसित एवं आत्मनिर्भर भारत के संकल्प की सिद्धि में स्वास्थ्य क्रांति बनी “आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन-आरोग्य योजना” दुनियाभर में हेल्थकेयर के मॉडल के रूप में स्थापित है। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य के क्षेत्र में इस महत्वाकांक्षी योजना के सफल 7 वर्ष देशवासियों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधा प्रदान करने की मोदी सरकार की प्रतिबद्धता को दर्शाते हैं।
यह योजना अब 70 वर्ष से अधिक आयु के प्रत्येक नागरिक को चाहे उनकी सामाजिक-आर्थिक स्थिति कुछ भी हो, सार्वभौमिक स्वास्थ्य कवरेज प्रदान करती है। यह योजना परिवारों के लिए एक सच्ची मित्र रही है, जिसने उन्हें उनके सबसे कठिन समय में सहारा दिया है।
जेपी नड्डा ने कहा कि स्वस्थ भारत, विकसित भारत के विजन को साकार करने की कुंजी है। देश भर में 1.8 लाख से अधिक आयुष्मान आरोग्य मंदिरों के साथ, इस पहल ने स्वास्थ्य सेवा को नई परिभाषा दी है, असमानताओं को दूर किया है और लाखों लोगों को चिकित्सा सेवाओं तक सुरक्षित, विश्वसनीय और सम्मानजनक पहुँच प्रदान की है।
उल्लेखनीय है कि आयुष्मान भारत-प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना (पीएमजाए) भारत सरकार की परिवर्तनकामी स्वास्थ्य बीमा पहल है, जिसका उद्देश्य आर्थिक रूप से कमजोर वर्गों को वित्तीय सुरक्षा और सुलभ स्वास्थ्य देखभाल प्रदान करना है। यह योजना 10 करोड़ से अधिक परिवारों को कवर करती है और प्रति परिवार प्रति वर्ष 5 लाख रुपये तक का अस्पताल में भर्ती कवरेज प्रदान करती है, जिससे देशभर में 7,000 से अधिक एम्पैनल अस्पतालों में कैशलेस इलाज सुनिश्चित होता है। इसके लाभ में प्रति परिवार प्रति वर्ष 5 लाख रुपये तक का कवरेज, भारत भर में 7,000 से अधिक एम्पैनल अस्पतालों में कैशलेस इलाज, द्वितीयक और तृतीयक अस्पताल में भर्ती खर्चों को कवर करना शामिल है।

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