मोदी ने अरुणाचल प्रदेश को दी 5100 करोड़ की परियोजनाओं की सौगात

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ईटानगर/नयी दिल्ली{ गहरी खोज }: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सोमवार को अरुणाचल प्रदेश के ईटानगर में 5100 करोड़ की परियोजना का लोकार्पण कर प्रदेशवासियों को नवरात्र का उपहार दिया। इसमें 3,700 करोड़ रुपये से अधिक की दो जलविद्युत परियोजना और तवांग में एक अत्याधुनिक सम्मेलन केंद्र की आधारशिला रखी है।
श्री मोदी ने इस अवसर पर अपने संबोधन में कहा कि अरुणाचल की यह भूमि उगते सूर्य की धरती के साथ देशभक्ति के उफान की भी धरती है। जैसे तिरंगे का पहला रंग केसरिया है, वैसे ही अरुणाचल का पहला रंग भी केसरिया है। यहां का हर व्यक्ति शौर्य और शांति का प्रतीक है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि आज से देश में नेक्स्ट जेनरेशन वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) सुधार लागू हुए हैं। जीएसटी बचत उत्सव की शुरुआत हुई है। उन्होंने कहा कि त्योहारों के इस मौसम में जनता जनार्दन को यह डबल बोनस मिला है।
उन्होंने कहा कि 2014 में जब आपने मुझे सेवा का मौका दिया, तभी मैंने कांग्रेस की सोच से देश को मुक्ति दिलाने की ठान लिया था। हमारी प्रेरणा किसी राज्य में वोटों और सीटों की संख्या नहीं बल्कि राष्ट्र सर्वप्रथम (नेशन फर्स्ट) की भावना है। हमारा एक ही मंत्र ‘नागरिक देवो भव:’ है। जबकि कांग्रेस का यह मानना था कि इस प्रदेश में कम लोग हैं, लोकसभा की सिर्फ दो ही सीटें हैं, तो क्यों अरुणाचल पर ध्यान दिया जाए। कांग्रेस की सोच से अरुणाचल को, पूरे पूर्वोत्तर को बहुत नुकसान हुआ। हमारा पूरा पूर्वोत्तर क्षेत्रा विकास में पीछे छूट गया।
प्रधानमंत्री ने पूर्वोत्तर की कांग्रेस द्वारा अनदेखी किये जाने पर कहा कि हमारे अरुणाचल प्रदेश में वैसे तो सूर्य की किरण सबसे पहले आती हैं लेकिन दुर्भाग्य से यहां विकास की किरण आते-आते कई दशक लग गए। इसका कारण जो लोग दिल्ली में बैठकर देश चला रहे थे, उन्होंने अरुणाचल को हमेशा नजरअंदाज किया।
उन्होंने कहा कि हम पूर्वोत्तर के आठों राज्यों को अष्टलक्ष्मी के रूप में पूजते हैं, इसलिए इस क्षेत्र को विकास में पीछे नहीं देख सकते। यहां विकास के लिए केंद्र सरकार अधिक से अधिक धन खर्च कर रही है। हमने कांग्रेस की उस अवधारण को भी बदल दिया जिसके अनुसार जिन जिलों को वह पिछड़ा जिला कहती थी उसे हम लोगों ने आकांक्ष जिला बनाया और वहां विकास को प्राथमिकता दी गयी। देश के सीमावर्ती जिन गांवों को कांग्रेस अंतिम गांव कहती थी, उन्हें हमने प्रथम गांव माना। इसके अच्छे परिणाम आज हम देख रहे हैं। वाइब्रेंट विलेज की सफलता ने लोगों का जीवन आसान बनाया है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि जब कांग्रेस की सरकार थी तब अरुणाचल प्रदेश को 10 साल में सेंट्रल टैक्स में से सिर्फ 6,000 करोड़ रुपये ही मिले थे। जबकि भाजपा सरकार के 10 वर्षों के कार्यकाल में अरुणाचल को एक लाख करोड़ रुपये से अधिक मिल चुके हैं। यानी भाजपा सरकार ने कांग्रेस की तुलना में अरुणाचल को 16 गुना ज्यादा पैसा दिया है और यह सिर्फ टैक्स का हिस्सा है।
जीएसटी बजट उत्सव पर श्री मोदी ने कहा कि आज से जीएसटी को हमने सिर्फ दो स्लैब तक सीमित कर दिया है पांच प्रतिशत और 18 प्रतिशत। बहुत सारी चीजें अब टैक्स फ्री हो गयी हैं, और बाकी चीजें भी अब सस्ती हो गई हैं। यह जीएसटी बचत उत्सव आपके लिए बहुत यादगार बनने वाला है।
प्रधानमंत्री ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि कांग्रेस की एक पुरानी आदत है कि विकास का जो भी काम मुश्किल होता है, उस काम को वह कभी हाथ ही नहीं लगाती। कांग्रेस की इस आदत से पूर्वोत्तर राज्यों को बहुत नुकसान हुआ। जहां विकास कार्य करना चुनौती होता था, उसे कांग्रेस पिछड़ा घोषित कर भूल जाती थी। जो सीमा से सटे गांव थे, उन्हें अंतिम गांव कहकर पल्ला झाड़ लेती थी। यही कारण है कि सीमावर्ती क्षेत्रों से लोगों का पलायन होता गया।
इस अवसर पर अरुणाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री पेमा खांडू, केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू, राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल (सेवानिवृत्त) केटी परनायक समेत बड़ी संख्या में स्थानीय लोग मौजूद रहे।

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