सुपर-4 से पहले टीम इंडिया का बड़ा दांव, लेकिन गेंदबाज़ी में खली बुमराह की कमी

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अबु धाबी { गहरी खोज }: भारतीय टीम ने एशिया कप के सुपर चार चरण से पहले अपनी तैयारियों को परखा। भारत का सामना ग्रुप चरण के अंतिम मैच में ओमान से हुआ। ऐसा माना जा रहा था कि टीम आसानी से यह मुकाबला अपने नाम कर लेगी, लेकिन उसके अपेक्षाकृत कमजोर मानी जा रही ओमान के खिलाफ जीत के लिए मेहनत करनी पड़ी। भारत ने 21 रनों से जीत दर्ज की और ग्रुप चरण का अंत अजेय रहकर किया। भारत को अब अगले दौर में पाकिस्तान, बांग्लादेश और श्रीलंका के खिलाफ खेलना है और उससे पहले टीम ने अपनी तैयारियों को परखा।
अबु धाबी में शुक्रवार को खेले गए ग्रुप चरण के आखिरी मुकाबले में टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने उतरी भारतीय टीम ने 20 ओवर में आठ विकेट पर 188 रन बनाए। जवाब में ओमान की टीम निर्धारित ओवरों में चार विकेट पर 167 रन ही बना सकी। हालांकि, उनके लिए आमिर कलीम और हम्माद मिर्जा ने 93 रनों की साझेदारी की और भारतीय गेंदबाजों की जमकर खबर ली। लेकिन दोनों टीम को जीत नहीं दिला सके। भारत ने इस मैच में बल्लेबाजी करने का फैसला लिया था। इससे पहले पिछले दो मैचों में भारत ने पहले गेंदबाजी की थी और बल्लेबाजों को मैच अभ्यास का ज्यादा मौका नहीं मिल सका था।
भारतीय कप्तान सूर्यकुमार यादव ओमान के खिलाफ बल्लेबाजी के लिए नहीं उतरे। अभिषेक शर्मा और शुभमन गिल ने पारी की शुरुआत की, लेकिन गिल ज्यादा देर क्रीज पर नहीं टिक सके। गिल इस टूर्नामेंट में अब तक बड़ी पारी नहीं खेल सके हैं जो भारत के लिए चिंता का विषय बनता जा रहा है। दिलचस्प बात यह रही कि तीसरे स्थान पर सूर्यकुमार की जगह संजू सैमसन उतरे जिन्हें पिछले दो मैच में बल्लेबाजी का मौका नहीं मिला था। सैमसन ने खुद को मिले इस मौके का फायदा उठाया और अर्धशतक लगाया। सैमसन ने 45 गेंदों पर 56 रनों की पारी खेली जिससे उन्हें प्लेयर ऑफ द मैच भी चुना गया। अभिषेक ने अपने पुराने अंदाज में बल्लेबाजी की और आक्रामक अंदाज में खेलना जारी रखा, लेकिन एक बार फिर वह अच्छी शुरुआत को बड़ी पारी में नहीं बदल सके और 38 रन बनाकर आउट हुए। हार्दिक दुर्भाग्यशाली रहे और रन आउट हुए, वहीं शिवम दुबे बल्लेबाजी में कुछ खास नहीं कर सके।
अक्षर पटेल ने ओमान के खिलाफ अच्छा बल्लेबाजी अभ्यास किया, जबकि तिलक वर्मा ने भी क्रीज पर समय बिताया। ओमान के खिलाफ भारत की रणनीति यह थी कि उन खिलाड़ियों को बल्लेबाजी का मौका दिया जाए जिन्हें अब तक बल्लेबाजी का मौका नहीं मिला। इसी कारण सूर्यकुमार ने खुद के बजाए अन्य बल्लेबाजों को भेजा, जबकि गेंदबाजों से भी उन्होंने बल्लेबाजी कराई। सूर्यकुमार बल्लेबाजी के लिए तैयार बैठे थे और 11वें नंबर पर उतरने के लिए तैयार थे, लेकिन उन्हें बल्लेबाजी का मौका ही नहीं मिल सका। भारतीय बल्लेबाज ने स्कोरबोर्ड पर भले ही 180 रनों का आंकड़ा पार किया, लेकिन टीम वैसा प्रदर्शन नहीं कर सकी जैसी उससे उम्मीद की जा रही थी।
भारत ने ओमान के सामने चुनौतीपूर्ण लक्ष्य रखा था, लेकिन विपक्षी टीम ने उम्मीद से ज्यादा अच्छी बल्लेबाजी की और भारतीय गेंदबाजों को निशाने पर लिया। भारत ने इस मैच के लिए दो बदलाव किए थे और जसप्रीत बुमराह तथा स्पिनर वरुण चक्रवर्ती को आराम दिया था और उनकी जगह अर्शदीप सिंह तथा हर्षित राणा को प्लेइंग-11 में मौका दिया था। बुमराह टीम के अहम गेंदबाज हैं और उनकी अनुपस्थिति में गेंदबाजी आक्रमण कमजोर नजर आया। हार्दिक, अर्शदीप और हर्षित की तेज गेंदबाजी तिकड़ी ने मोर्चा संभाला, लेकिन आमिर कलीम और हम्माद मिर्जा ने इनका सामना बखूबी किया। पिछले दो मैचों में जहां स्पिनरों का बोलबाला दिखा था, वहीं इस मैच में गेंदबाजी इकाई ज्यादा मजबूत नहीं दिखी।
अंत में हालांकि, भारतीय गेंदबाजों को कुछ सफलता जरूर मिली, लेकिन गेंदबाज ओमान के बल्लेबाजों को कुछ खास परेशान नहीं कर सके। भारत के लिए हार्दिक पांड्या, अर्शदीप सिंह, हर्षित राणा और कुलदीप यादव को सफलता मिली, लेकिन अक्षर पटेल, शिवम दुबे, तिलक वर्मा और अभिषेक शर्मा खाली हाथ रहे। अर्शदीप ने इस दौरान बड़ी उपलब्धि हासिल की और टी20 अंतरराष्ट्रीय में 100 विकेट पूरे करने वाले पहले भारतीय बने। ओमान के खिलाफ मैच से भारत की बल्लेबाजी और गेंदबाजी में कमियां उजागर हुई। भारत को अगर खिताब का बचाव करना है तो सुपर चार चरण में ही इन खामियों को दूर करना होगा।

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