सैम पित्रोदा के बयान पर कांग्रेस की नीति और नीयत देशविरोधी :भाजपा

नई दिल्ली{ गहरी खोज }: कांग्रेस नेता सैम पित्रोदा के बयान ने एक बार फिर से सियासी विवाद खड़ा कर दिया है। पित्रोदा ने इस बार केंद्र सरकार को पड़ोसी देशों के साथ बातचीत को प्राथमिकता देने की नसीहत दी। इस दौरान उन्होंने कह दिया कि वह पाकिस्तान गए हैं और उन्हें वहां घर जैसा लगता है। सैम के इस बयान पर भारतीय जनता पार्टी ने पलटवार करते हुए कहा कि कांग्रेस की नीति और नीयत देशप्रेम नहीं, बल्कि आतंकी पाकिस्तान प्रेम है।
भाजपा मुख्यालय में पत्रकार वार्ता में प्रवक्ता प्रदीप भंडारी ने कहा कि राहुल गांधी के खास आदमी सैम पित्रोदा कहते हैं कि उन्हें पाकिस्तान में घर जैसा लगा। कोई हैरानी नहीं कि 26/11 के बाद भी तत्कालीन कांग्रेस-नीत यूपीए सरकार ने पाकिस्तान के खिलाफ कोई सख्त कार्रवाई नहीं की। सैम पाकिस्तान का पसंदीदा, कांग्रेस का चहेता है।
भंडारी ने कहा कि हम सब और देश के 140 करोड़ देशवासी जानते हैं कि पहलगाम आतंकी हमला पाकिस्तान ने कराया था। इस हमले के बाद ऑपरेशन सिंदूर में हमारी सेना ने आतंकियों को मुंहतोड़ जवाब दिया। उन्होंने पूछा कि क्या कोई देशभक्त व्यक्ति ये कह सकता है कि आतंकी मुल्क पाकिस्तान उसके लिए घर जैसा है, लेकिन कांग्रेस चुप है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस का शीर्ष नेतृत्व ये कह रहा है और सैम पित्रोदा से कहलवा रहा है कि आतंकी मुल्क पाकिस्तान हमारे लिए घर जैसा है।
ये हमारे सैनिकों का और 140 करोड़ देशवासियों के अपमान है। अगर इनका ये कथन राष्ट्र विरोधी नहीं है, तो और क्या है? कुछ दिन पहले शाहिद अफरीदी ने राहुल गांधी को अपना आदर्श माना था और उसके कुछ समय बाद ही सैम पित्रोदा पाकिस्तान का महिमामंडन करते हैं।
भंडारी ने कहा कि कुछ समय पहले राहुल गांधी ने कहा था कि वो भारतीय स्टेट के खिलाफ लड़ना चाहते हैं। ये भारत की संप्रभुता और अखंडता को, भारत के वीर सैनिकों की वीरता को ये अपमानित करते हैं। उन्होंने कहा कि जब कांग्रेस शासन में थी, तो आतंकी हाफिज सईद ने सार्वजनिक रूप से कहा था कि कांग्रेस से उसकी गुफ्तगू होती है। तो ऐसा क्यों होता है कि हर पाकिस्तानी आतंक समर्थक राहुल गांधी का महिमामंडन करता है, कांग्रेस का महिमामंडन करता है और अब सैम पित्रोदा ने कहा कि वो पाकिस्तान को अपना घर मानते हैं। इससे ये स्पष्ट होता है कि कांग्रेस की नीति और नीयत देशप्रेम नहीं, बल्कि आतंकी पाकिस्तान प्रेम है। अब आतंकी यासीन मलिक ने अपने एफिडेविट में कहा है कि कांग्रेस शासन में कांग्रेस का प्रशासन उनकी और आतंकी हाफिज सईद की मीटिंग कराना चाहता था और इसमें उस वक्त का प्रधानमंत्री कार्यालय शामिल था।