सड़क पर खड़े ट्रक बने मौत का जाल, साल भर में 85 जिंदगियां निगल गए

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नई दिल्ली{ गहरी खोज }: सड़क के बीचों-बीच खड़े टूटे-फूटे ट्रक अब मौत का जाल साबित हो रहे हैं। आधी रात को घर लौटते वक्त अगर कोई वाहन अचानक ऐसे ट्रक से टकरा जाए तो उसका अंजाम बेहद भयावह होता है। बिना चेतावनी संकेत, बिना रिफ्लेक्टिव टेप और केवल कुछ डालियां टांगकर खड़े किए गए भारी वाहन हर साल सैकड़ों परिवारों की खुशियां छीन रहे हैं। ताजा आंकड़े बताते हैं कि जनवरी से अगस्त तक ही ऐसे हादसों में 85 लोगों की मौत और 187 लोग घायल हो चुके हैं।
हादसों के आंकड़े खौफनाक तस्वीर दिखाते हैं: ट्रैफिक पुलिस के आंकड़े बताते हैं कि 2025 (जनवरी-अगस्त) में अब तक 12,776 चालान ऐसे वाहनों पर काटे गए हैं। इसी दौरान 85 लोगों ने जान गंवाई और 187 लोग घायल हुए। जबकि 2024 (जनवरी-अगस्त) में 26,025 चालान, 87 मौतें और 205 लोग घायल हुए थे। यानी एक साल पहले हालात और भी खराब थे, लेकिन अब भी तस्वीर बेहद डराने वाली है। हालांकि सड़क पर खड़े ट्रक का खतरा सिर्फ आंकड़ों तक सीमित नहीं है। हर टक्कर के पीछे एक परिवार तबाह हो जाता है, किसी की जिंदगी खत्म हो जाती है। यह समस्या तब तक बनी रहेगी, जब तक सिस्टम और समाज मिलकर जिम्मेदारी नहीं निभाते।
दिल्ली ट्रैफिक पुलिस के मुताबिक 12,776 चालान ऐसे मामलों में काटे गए, जबकि कुल मामलों की संख्या 26,025 से ज्यादा रही। यानी कार्रवाई तो हो रही है, लेकिन हादसों का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा। वजह साफ है कि जब कोई वाहन बीच सड़क पर खराब होता है तो ड्राइवर उसे बिना चेतावनी उपकरण लगाए वहीं छोड़ देता है। इस दौरान तेज रफ्तार से आती गाडिय़ां उसे देख नहीं पातीं और टक्कर के साथ सब खत्म हो जाता है। वहीं, दिल्ली ट्रैफिक पुलिस का कहना है कि ऐसे वाहनों के खिलाफ लगातार अभियान चलाए जाते हैं। धारा 125 और 126 के तहत कार्रवाई की जाती है। अगर कोई ट्रक चालक सड़क पर खड़ा होकर संकेत नहीं लगाता तो उस पर केस दर्ज होता है और चालान काटा जाता है। लेकिन सच्चाई यह है कि सड़कों पर आज भी भारी संख्या में ट्रक बिना किसी सुरक्षा इंतज़ाम के खड़े मिल जाते हैं। यह लापरवाही सीधे-सीधे सड़क पर चलते अन्य लोगों की जान को जोखिम में डाल रही है।
सुरक्षा विशेषज्ञ कहते हैं कि भारत में चेतावनी संकेतों की संस्कृति ही विकसित नहीं हुई है। ड्राइवर समझते हैं कि गाड़ी खराब हुई तो वहीं खड़ा कर देना काफी है। जबकि अमेरिका, ब्रिटेन और ऑस्ट्रेलिया जैसे देशों में नियम बिल्कुल अलग हैं। वहां ड्राइवर तुरंत खतरे की लाइट ऑन करता है, सड़क पर चेतावनी त्रिकोण या कोन रखता है और वाहन को जितना संभव हो सके किनारे कर देता है। अगर नियम तोड़ा तो भारी जुर्माना और लाइसेंस रद्द होने तक की कार्रवाई होती है।

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