इजराइली सुरक्षा बल गाजा शहर में बरपा रहे कहर, हमास के ठिकानों में भीषण बमबारी, तीन लाख लोगों ने घर छोड़ा

गाजा पट्टी{ गहरी खोज }: इज़राइली सेना ने गाजा शहर में जमीनी हमला और तेज कर दिया। इजराइल सुरक्षा बलों (आईडीएफ) की दो डिवीजन ने शहर में कहर बरपा दिया है। हमास के ठिकानों में भीषण बमबारी की जा रही है। इस अभियान में एक-दो दिन में तीसरी डिवीजन के भी साथ आने की उम्मीद है। इस दौरान 3,00,000 (तीन लाख) लोग गाजा शहर छोड़ चुके हैं। अनुमान है कि शहर में अभी भी 7,00,000 ( सात लाख) नागरिक हैं।
अमेरिका के एबीसी न्यूज चैनल की रिपोर्ट के अनुसार, इजराइल-गाजा सीमा से मंगलवार को ली गई तस्वीरों में गाजा शहर के ऊपर धुएं का गुबार दिखा।इस बीच इजराइल के विदेशमंत्री गिदोन सा’आर ने मंगलवार को एक पत्र में यूरोपीय संघ के साथ इजराइल के समझौते में व्यापार संबंधी प्रावधानों को निलंबित करने के यूरोपीय आयोग के प्रस्ताव को अनुपातहीन बताया।
यूरोपीय संघ के आयुक्तों के समूह ने बुधवार को यूरोपीय आयोग की अध्यक्ष उर्सुला वॉन डेर लेयेन के इस प्रस्ताव पर चर्चा करने के लिए एक बैठक आहूत की है। लेयेन ने व्यापार संबंधी प्रावधानों को निलंबित करके इजराइल पर राजनीतिक दबाव डालने का प्रस्ताव किया है।
सा’आर ने पत्र में कहा, यह अभूतपूर्व प्रस्ताव, जिसे पहले कभी किसी अन्य देश के खिलाफ लागू नहीं किया गया, इजराइल को नुकसान पहुंचाने का स्पष्ट प्रयास है, जबकि हम अभी भी सात अक्टूबर के आतंकवादी हमले के बाद थोपे गए युद्ध से जूझ रहे हैं। उन्होंने कहा कि इजराइल संप्रभु राष्ट्र है और जब तक इजराइल की सुरक्षा दांव पर है, हम धमकियों के आगे नहीं झुकेंगे। इस प्रस्ताव पर अमेरिकी विदेशमंत्री मार्को रुबियो ने स्पष्ट रूप से कहा है कि इस तरह की पहल हमास को मजबूत करती है।
आईडीएफ ने कहा कि लगभग 3,00,000 लोग गाजा शहर छोड़ चुके हैं। अनुमान है कि शहर में अभी भी 7,00,000 नागरिक हैं । उधर, बंधक और लापता परिवार फोरम मुख्यालय ने मंगलवार को विज्ञप्ति में कहा कि बंधक परिवार प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के यरुशलम स्थित आवास के बाहर डेरा डालेंगे। इस दौरान प्रदर्शन किया जाएगा। इन परिवारों ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का उनके समर्थन के लिए आभार जताते हुए नेतन्याहू से समझौता कराने और युद्ध समाप्त करवाने का आग्रह किया है। विज्ञप्ति में कहा गया है, हमारे प्रधानमंत्री नेतन्याहू बंधकों को बचाने और इस युद्ध को समाप्त करने की हमारी पुकार नहीं सुन रहे हैं लेकिन वह आपकी बात सुनेंगे! उन्हें एक ऐसे समझौते के लिए बातचीत की मेज पर लाएं जिससे सभी वापस आ सकें!
आईडीएफ प्रवक्ता एफी डेफ्रिन ने मंगलवार को एक ब्रीफिंग के दौरान में कहा, हमारा अनुमान है कि गाजा शहर पर नियंत्रण पाने में कुछ महीने लगेंगे और शहर को बुनियादी ढांचे से मुक्त करने में कुछ और महीने या उससे भी अधिक समय लगेका। उन्होंने कहा कि मंगलवार रात को सुरक्षा बलों ने गाजा शहर में जमीनी हमला तेज कर दिया। डेफ्रिन ने कहा, वायु, थल और खुफिया बल गाजा शहर में संयुक्त रूप से हमास के सैन्य ठिकानों को निशाना बना रहे हैं।
द टाइम्स ऑफ इजराइल की रिपोर्ट के अनुसार, आईडीएफ को यकीन है कि मंगलवार सुबह तक 370,000 से अधिक फिलिस्तीनी गाजा शहर से पलायन कर चुके हैं। संयुक्त राष्ट्र के अनुमान के अनुसार, पिछले एक महीने में लगभग 220,000 फिलिस्तीनी उत्तरी गाजा से पलायन कर चुके हैं। गाजा शहर के अस्पतालों के अधिकारियों ने बताया कि मंगलवार आधी रात से सुबह 10:30 बजे के बीच गाजा शहर में आईडीएफ के हमलों में 39 लोग मारे गए। सबसे ज्यादा मौतें शिफा अस्पताल में हुईं। चिकित्सकों ने 23 लोगों को मृत घोषित कर दिया।
शिफा अस्पताल के निदेशक डॉ. मोहम्मद अबू सलमिया ने कहा, गाजा में बहुत ही कठिन रात रही। बमबारी एक पल के लिए भी नहीं रुकी। मलबे के नीचे अभी भी शव पड़े हैं। उन्हें नवंबर में आईडीएफ सैनिकों ने इस संदेह में गिरफ्तार किया था कि उन्होंने हमास को गाजा सिटी अस्पताल को अपने अभियान केंद्र के रूप में इस्तेमाल करने की अनुमति दी थी। लेकिन बाद में सुरक्षा सेवाओं ने जेल में जगह की कमी के कारण उन्हें रिहा कर दिया।
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, शक्तिशाली बम विस्फोट की आवाज तेल अवीव (गाज़ा शहर से 70 किलोमीटर या 44 मील दूर) और मध्य इजराइल के अन्य इलाकों में भी सुनी गई। रक्षामंत्री इजराइल काट्ज ने कहा कि सैनिक बंधकों की रिहाई और हमास की हार के लिए परिस्थितियां बनाने के लिए बहादुरी से लड़ रहे हैं। उन्होंने कहा कि गाजा शहर जल रहा है। आईडीएफ आतंकी ढांचे पर कड़ा प्रहार कर रहा है। जब तक मिशन पूरा नहीं हो जाता, हम न तो झुकेंगे और न ही पीछे हटेंगे। कैट्ज ने चेतावनी दी कि अगर हमास बंधकों को रिहा नहीं करता है तो गाजा पट्टी को नष्ट कर दिया जाएगा। उन्होंने कहा, गाज़ा पट्टी में हमास के नए सैन्य नेता इज़्ज़ अल-दीन हद्दाद अगर मांगें नहीं मानते तो उन्हें भी हत्यारे याह्या सिनवार और मोहम्मद सिनवार की तरह मार दिया जाएगा।
बताया गया है कि इस अभियान के दौरान आईडीएफ चीफ ऑफ स्टाफ लेफ्टिनेंट जनरल इयाल जमीर मंगलवार सुबह गाजा शहर पहुंचे। वहां हमास के खिलाफ लड़ाई लड़ रहे एक डिवीजन के सैन्य अधिकारियों से मुलाकात की। जमीर ने दक्षिणी कमान प्रमुख मेजर जनरल यानिव असोर, 98वीं डिवीजन के कमांडर ब्रिगेडियर जनरल गॉय लेवी और अन्य अधिकारियों से चर्चा की। इस बीच इस अभियान में शामिल होने के लिए लगभग 60,000 रिजर्व सैनिकों को बुलाया गया है।