मोदी 2047 के पहले ही भारत को विकसित राष्ट्र बना देंगे: बृजमोहन अग्रवाल

नई दिल्ली{ गहरी खोज }: प्रधानमंत्री नरेन्द्र माेदी के जन्मदिन की 75वीं वर्षगांठ के माैके पर उन्हीं की पीढ़ी के भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेता, सांसद एवं पूर्व मंत्री बृजमोहन अग्रवाल ने आज कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने वैज्ञानिक, तकनीकी, औद्याेगिक विकास काे अलग अलग स्तर पर गति देने के साथ ही सामाजिक न्याय के सिद्धांत पर देश में गरीबी हटाने के लिए जैसा काम किया, उससे भारत विकास के प्रत्येक आयाम में तेजी से सशक्त हुआ है तथा ऐसा भरोसा जगा है कि देश 2047 के पहले ही विकसित राष्ट्र के पायदान पर पहुंच सकता है।
लोकसभा में छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर का प्रतिनिधित्व कर रहे अग्रवाल दक्षिण रायपुर विधानसभा क्षेत्र से आठ बार विधायक और अविभाजित मध्य प्रदेश एवं छत्तीसगढ़ की स्थापना के बाद से पांच बार कैबिनेट मंत्री रहे हैं। वह अविभाजित मध्य प्रदेश में प्रदेश भाजपा अध्यक्ष भी रहे हैं। अग्रवाल ने हिन्दुस्थान समाचार से एक साक्षात्कार में उपरोक्त विचार व्यक्त किये। उनसे जब पूछा गया कि 45 साल पहले भाजप) की स्थापना के बाद से वर्ष 2014 के बाद मोदी युग में अब तक पार्टी में आये बदलाव को वह किस तरह से देखते हैं तथा नई भाजपा और पुरानी भाजपा में क्या अंतर हैं, अग्रवाल ने कहा, संगठन गढ़े चलो, सुपंथ पर बढ़े चलो। भला हो जिसमें देश का, वो काम सब किए चलो। इसे वेद वाक्य की तरह मानकर 6 अप्रैल 1980 को भाजपा की नींव पड़ी। इन 45 सालों में भाजपा सिफर से शिखर तक के सफर पर पहुंची हैं। आज भाजपा दुनिया की सबसे बड़ी राजनीतिक पार्टी है। पूरे विश्व में आज भारत एक महाशक्ति बनकर उभरा है, उस शक्ति की धुरी हैं, हमारे नेता प्रधानमंत्री मोदी। प्रधानमंत्री मोदी बुधवार, 17 सितंबर को 75 साल के हो गये। प्रधानमंत्री के रूप में उन्हें 11 साल से अधिक हो चुके हैं। इस दौरान भाजपा ने कई मुकाम हासिल किये हैं। वर्ष 1984 के लोकसभा चुनाव में महज 2 सीटों पर जीत हासिल करने वाली भाजप, आज की तारीख में 18 राज्य और 2 केंद्रशासित प्रदेशों में सत्तारूढ़ है। इनमें से 1 केंद्रशासित प्रदेश और 10 राज्य ऐसे हैं, जहां अकेले भाजपा अपने दम पर सरकार चला रही है। वहीं, अन्य 8 राज्य और 1 केंद्रशासित प्रदेश में वो सहयोगियों के साथ सत्ता में है। देश के 80 प्रतिशत भूभाग पर भाजपा की सत्ता कायम है और दुनिया में ऑपरेशन सिंदूर के नाम से वर्ल्ड ऑर्डर चेंज करने का करिश्मा कर दिखाया है, भाजपा के नेता नरेंद्र मोदी ने।
जब यह पूछा गया कि क्या उन्हें नहीं लगता कि भाजपा के पहले पंक्ति के नेता अब दरकिनार कर दिए गए हैं और तीसरी चौथी पंक्ति के नेता फ्रंट लाइन पर आकर मुख्यमंत्री तक बन रहे हैं?, भाजपा नेता ने कहा, मैं इस मत से सहमत नहीं हूँ कि पुराने नेता दरकिनार कर दिए गए हैं। प्रत्येक नेता की अपनी उपयोगिता है। संभव है कि वे आज बड़े पदों पर न हों, लेकिन संगठन में उनकी भूमिका बनी हुई है। भाजपा का सबसे बड़ा गुण यही है कि यह संगठनात्मक रूप से नीचे से ऊपर तक अवसर प्रदान करता है। यहां कोई भी कार्यकर्ता, चाहे वह कितना ही सामान्य क्यों न हो, अपनी मेहनत और समर्पण से नेतृत्व की पहली पंक्ति तक पहुंच सकता है। यही संगठन की शक्ति है।
यह पूछे जाने पर कि भाजपा पहले सामाजिक परिवर्तन पर केंद्रित थी। पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के पूर्व सरसंघचालक केएस सुदर्शन सभी सामाजिक परिवर्तन की बात करते थे। पर धीरे-धीरे आर्थिक एजेंडा पार्टी पर हावी होता चला गया, इस परिवर्तन को वह कैसे देखते हैं? अग्रवाल ने कहा, सामाजिक और आर्थिक परिवर्तन एक दूसरे के पूरक हैं, सामाजिक न्याय वर्तमान में समावेशी विकास का प्रतीक है। गरीबों को प्रधानमंत्री आवास, निःशुल्क गैस कनेक्शन, जन धन बैंक खाता योजना आदि सैकडों योजनाएं, प्रधानमंत्री माेदी के नेतृत्व में सामाजिक और आर्थिक न्याय के लिए संचालित की हैं। स्वयं डॉक्टर भीमराव अंबेडकर ने संविधान सभा में कहा था कि सामाजिक न्याय और आर्थिक परिवर्तन के बिना राजनैतिक लोकतंत्र का कोई मूल्य नहीं है। बुनियादी तौर पर प्रधानमंत्री माेदी का पूरा फोकस सामाजिक और आर्थिक न्याय को लेकर ही है। उन्होंने संविधान की प्रस्तावना में अंतर्निहित सामाजिक और आर्थिक परिवर्तन के दर्शन को धरातल पर उतारा है । असल में गरीबों को न्याय दिलाने का काम जब हुआ है, तो पूरा विपक्ष संविधान के नाम पर भ्रमित करके लोगों को गुमराह करने के लिए आज चौराहे पर खड़ा है। विपक्ष के पास कोई मुद्दा नहीं रहा क्योंकि भाजपा ने सामाजिक न्याय और आर्थिक न्याय को गरीबी हटाओ जैसे जुमलों में नहीं, अपितु देश के 80 करोड़ से अधिक गरीबों तक पहुंचाया है।
उनसे पूछा गया कि छत्तीसगढ़ को आदिवासी पहचान से जोड़ा जाता है। पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी का सपना था कि सबसे पिछड़े आदिवासी समुदाय मुख्यधारा में आएं लेकिन आज भी रिपोर्ट्स बताती हैं कि वे पूरी तरह विकास से नहीं जुड़ पाए हैं, क्या उन्हें लगता है कि यह सपना मोदी युग में पूरा होगा?, भाजपा सांसद ने कहा, कांग्रेस की नीतियां हमेशा गरीबों और आदिवासियों को पिछड़ा बनाए रखने की नीति रही है, छत्तीसगढ़ भी इसी नीति का शिकार बना। आज भी अर्बन नक्सली कांग्रेस के मुख्य सलाहकार हैं। छत्तीसगढ़ में आदिवासियों के बीच सुदूर बस्तर और सरगुजा में अगर, नक्सलियाें ने जगह बनाई, तो इसका मुख्य कारण कांग्रेस की नीतियां रही हैं। दिग्विजय सिंह से लेकर भूपेश बघेल तक ने छत्तीसगढ़ में नक्सलियाें को पाला-पोस है। नक्सलियाें ने आदिवासी संस्कृति को तार-तार किया है। नक्सलियाें के आंदोलन को लगभग मरणासन्न अवस्था में पहुंचा दिया गया है। उन्होंने कहा कि केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने मार्च 2026 तक पूरे देश से नक्सलियाें का सफाई करने का वादा किया है, छत्तीसगढ़ में आदिवासियों के विकास का सबसे रोड़ा नक्सली थे। इनके खात्मे के साथ ही आदिवासी अंचलों में तेजी से विकास हो रहा है। आदिवासी इलाकों में सड़के बना रही हैं, इंटरनेट सेवाएं दी जा रही हैं, बिजली कनेक्शन दिए जा रहे हैं और हम उन्हें विकास के मुख्य धारा में खड़ा कर पा रहे हैं ।
छत्तीसगढ़ में रेलवे एवं हवाई कनेक्टिविटी को लेकर लंबित मांगों का उल्लेख करते हुए अग्रवाल ने कहा कि रायपुर तक शताब्दी ट्रेन या प्रतिदिन राजधानी ट्रेन चलाने की मांग सन् 2000 से लगातार उठ रही है। यह तकनीकी और दूरी से जुड़ा मुद्दा है। दिल्ली भोपाल या दिल्ली–लखनऊ जैसी दूरी की तुलना में रायपुर तक का मार्ग लंबा है। फिर भी इस दिशा में लगातार प्रयास हो रहे हैं और उम्मीद है कि निकट भविष्य में यह सपना पूरा होगा। इसी तरह से रायपुर को अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा बनाने की दिशा में लगातार प्रयास जारी हैं। कांग्रेस सरकार के समय इसे सिरे से नकार दिया गया था, लेकिन अब केंद्र सरकार गंभीरता से विचार कर रही है। उन्हें विश्वास है कि बहुत जल्द रायपुर को अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे का दर्जा मिलेगा और छत्तीसगढ़ को वैश्विक पहचान दिलाने का सपना पूरा होगा।
प्रधानमंत्री मोदी की स्वदेशी पर बल देने की मुहिम और छत्तीसगढ़ में स्वदेशी की अपार संभावनाओं की चर्चा करने पर अग्रवाल ने कहा कि स्वदेशी की अवधारणा हमारी बहुत पुरानी है। प्रधानमंत्री मोदी ने इसे नवाचार के साथ जोड़ा है। मेक इन इंडिया और आत्मनिर्भर भारत इसी सोच के प्रतीक हैं।
छत्तीसगढ़ में चावल, वनोपज, हस्तशिल्प, वनौषधि जैसे कई उत्पादों की वैश्विक पहचान बन सकती है। यदि हम प्रसंस्करण और ब्रांडिंग पर ध्यान दें तो छत्तीसगढ़ अंतरराष्ट्रीय स्तर पर स्वदेशी का केंद्र बन सकता है। उन्हें विश्वास है कि प्रधानमंत्री माेदी के नेतृत्व में छत्तीसगढ़ पूरी तरह आत्मनिर्भर बनेगा और स्वदेशी की भावना को सशक्त करेगा।
प्रधानमंत्री मोदी के मन की बात के माध्यम से सीधे जनता से जुड़ाव के बारे में चर्चा किये जाने पर उन्होंने कहा, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के रेडियो कार्यक्रम ‘मन की बात’ का 100वां एडिशन 30 अप्रैल रविवार को टेलीकास्ट हुआ। 31 अगस्त 2025 को 125 कार्यक्रम हुआ। शुरुआत 10 अक्टूबर 2014 को हुई थी। भारतीय प्रधानमंत्री 262 रेडियो स्टेशनों और 375 से अधिक निजी और सामुदायिक रेडियो स्टेशनों के साथ दुनिया के सबसे बड़े रेडियो नेटवर्क ‘ऑल इंडिया रेडियो’ के माध्यम से लोगों से जुड़ते हैं। भारतीय लोक प्रसारक प्रसार भारती ‘मन की बात’ का अनुवाद और प्रसारण 52 भाषाओं में करता है, जिसमें 11 विदेशी भाषाएं शामिल हैं, ताकि देश के दूर-दराज क्षेत्रों से लेकर विदेशों में रह रहे भारतीयों तक इसकी पहुंच सुनिश्चित हो सके। निश्चित तौर पर इस कार्यक्रम के माध्यम से लोग प्रधानमंत्री माेदी लाेगाें के दिलाें में पैठ बना रहे हैं।
यह पूछे जाने पर कि बदलते माहौल में वह 2029 का लोकसभा चुनाव के परिदृश्य को कैसे देखते हैं?, उन्हाेंने कहा, भारतीय जनता पार्टी केवल एक राजनीतिक दल नहीं, बल्कि राष्ट्र निर्माण का आंदोलन है। इसकी विश्वसनीयता, निष्ठा और कर्तव्यपरायणता के कारण मुझे पूरा विश्वास है कि 2029 के लोकसभा चुनाव में भी जनता पहले से अधिक मतों के साथ नरेंद्र मोदी और भारतीय जनता पार्टी का समर्थन करेगी।