मामूली लगते हैं खर्राटे? सोते-सोते कहीं रुक न जाए सांस, योग थेरेपी से किया जा सकता है इस समस्या का इलाज

0
29_12_2022-snoring__23275794

लाइफस्टाइल डेस्क { गहरी खोज }: फुरसत और सुकून के दो पल, ऐसी सबसे जरूरी चीज जो जिंदगी में हम खो चुके हैं। ऑफिस मीटिंग, डेडलाइन और स्ट्रेस का असर सबसे ज्यादा लोगों की नींद पर पड़ता है। काम के दबाव और डेडलाइन ने लोगों के बॉडी क्लॉक की सेटिंग तक बिगाड़ दी है, नतीजा एक तो नींद आती ही नहीं और आती है तो स्ट्रेस-एंग्जायटी की वजह से लोग नींद में बड़बड़ाने लगते हैं। हार्वर्ड यूनिवर्सिटी की स्टडी के मुताबिक नींद में बोलना तब तक गलत नहीं है, जब तक ये लाइफ स्टाइल की कोई परेशानी लेकर न आए क्योंकि दुनिया भर में करीब 65% लोग कभी न कभी नींद में बात करते हैं जबकि 30% लोग तो रोज ही नींद में बातचीत करते हैं।

खर्राटों से सावधान
नींद में बोलना जब ज्यादा होने लगे, तो ये स्लीप क्वालिटी के बिगड़ने का सिग्नल है। हेल्थ एक्सपर्ट के मुताबिक ये एक तरह की गड़बड़ी है जिसमें लोग नींद में ही चलने लगते हैं या फिर कई बार डरकर उठते हैं। सिर्फ नींद में बोलना ही नहीं, खर्राटे लेना भी बड़ी समस्या है। स्नोरिंग को थकान और बंद नाक से जोड़ा जाता है लेकिन लगातार तेज आवाज वाले खर्राटे गंभीर बीमारी का संकेत हो सकते हैं क्योंकि कई बार मोटापा-एलर्जी-सर्दी-जुकाम-स्मोकिंग की वजह से गले की मांसपेशियां ढीली हो जाती हैं और इससे अपर रेस्पिरेटरी ट्रैक दबने लगता है और खर्राटे आने लगते हैं। खर्राटे की आवाज के साथ सेहत से जुड़ी दिक्कतें जैसे सिरदर्द-चिड़चिड़ापन, हाई ब्लड प्रेशर-डायबिटीज और हार्ट डिजीज का खतरा भी बढ़ जाता है।

कैसे मिलेगी राहत?
नींद में बातें करना, खर्राटे लेना और फिर उनसे बीमार पड़ने की नौबत आना, इस सबसे बचने के लिए आपको क्या करने की जरूरत है, आइए योगगुरू स्वामी रामदेव से जानते हैं। दुनिया में हर 3 में से 1 व्यक्ति को नींद की समस्या है, भारत में 35% लोग स्लीप डिसऑर्डर से जूझ रहे हैं, आईसीएमआर के मुताबिक रोजाना 6 घंटे से कम नींद से हार्ट डिजीज की संभावना बढ़ सकती है और नींद की कमी से 40% तक इम्यूनिटी कम हो सकती है। सुकून की नींद के लिए आपको मोबाइल से दूरी बनानी चाहिए, डायरी लिखनी चाहिए, रोज रात में सोने से पहले किताब पढ़नी चाहिए और ध्यान लगाना चाहिए।

खर्राटों के लिए इलाज
खर्राटों की समस्या को दूर करने के लिए आप पुदीने के तेल को पानी में मिलाकर गरारे कर सकते हैं। ऐसा करने से आपकी नाक की सूजन कम होगी जिससे सांस लेना आसान हो पाएगा। इसके अलावा आप एक कप उबले पानी में 10 पुदीने की पत्तियां डालें और फिर इस पानी को गुनगुना करके पिएं। 1-2 लहसुन को पानी के साथ लेने से भी नाक की ब्लॉकेज खुलती है और चैन की नींद मिलती है। घरेलू नुस्खों की बात की जाए तो आप रात में हल्दी वाला दूध पी सकते हैं, गुनगुने पानी से दालचीनी पाउडर ले सकते हैं, इलायची वाला गुनगुना पानी पी सकते हैं, गर्म पानी में शहद-ऑलिव ऑयल को मिक्स कर पी सकते हैं (गले में कंपन कम कर खर्राटों को रोकने में कारगर) और सोने से पहले स्टीम ले सकते हैं। खर्राटों से निजात पाने के लिए 3 चम्मच दालचीनी पाउडर को गुनगुने पानी के साथ लें।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *