मेहनत के बावजूद खाली रह जाती तिजोरी, जानिए वास्तु से जुड़े खास नियम

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धर्म { गहरी खोज } : अक्सर लोग शिकायत करते हैं कि मेहनत तो खूब करते हैं, लेकिन धन कभी रुकता ही नहीं। कभी अचानक खर्च बढ़ जाते हैं तो कभी बचत का खाता खाली हो जाता है। विशेषज्ञ मानते हैं कि इसका कारण केवल आय और व्यय का संतुलन नहीं, बल्कि घर का वास्तु दोष भी हो सकता है। खासकर तिजोरी, नकदी या पर्स रखने की जगह और दिशा आर्थिक स्थिति को गहराई से प्रभावित करती है।

तिजोरी की सही दिशा से बढ़ती है बरकत
वास्तु शास्त्र के अनुसार यदि तिजोरी गलत दिशा में रखी जाए तो घर में पैसों की कमी और तनाव बढ़ सकता है। वहीं सही स्थान और दिशा में रखी तिजोरी घर में सुख-समृद्धि और तरक्की लेकर आती है।

उत्तर दिशा का महत्व
उत्तर दिशा को धन के देवता कुबेर की दिशा माना जाता है। इस ओर तिजोरी या नकदी रखने से धन की वृद्धि होती है। यदि तिजोरी का दरवाजा दक्षिण दिशा की ओर खुले तो यह और भी शुभ माना जाता है, क्योंकि इससे पैसों का प्रवाह स्थिर बना रहता है।

पूर्व दिशा से आती है सकारात्मक ऊर्जा
पूर्व दिशा सूर्य की दिशा है, जो नई शुरुआत और प्रगति का प्रतीक है। इस दिशा में नकदी या पर्स रखने से घर में हमेशा धन का आगमन बना रहता है और अचानक आर्थिक संकट का सामना नहीं करना पड़ता।

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पर्स को अव्यवस्थित न रखें
पर्स में बेकार की रसीदें, पुराने टिकट, फटे नोट या कचरा रखने से नकारात्मक ऊर्जा बढ़ती है। इससे पैसों की बरकत कम हो जाती है। यदि पर्स साफ और व्यवस्थित रहेगा तो धन आकर्षित होगा और खर्चों पर नियंत्रण मिलेगा।

लाल और हरे पर्स को माना गया शुभ
रंगों का भी आर्थिक जीवन पर गहरा प्रभाव होता है। वास्तु शास्त्र के अनुसार लाल रंग सफलता, ऊर्जा और तरक्की का प्रतीक है, जबकि हरा रंग विकास और समृद्धि दर्शाता है। इन रंगों के पर्स का प्रयोग धन-संपत्ति को बढ़ाने वाला माना जाता है।

पर्स को हमेशा साफ और सलीके से रखें
गंदा या बेतरतीब पर्स धन रुकावट का कारण बन सकता है। पर्स में केवल जरूरी सामान रखें और नोटों को सलीके से जमाएं। एक साफ-सुथरा और व्यवस्थित पर्स सकारात्मक ऊर्जा को आकर्षित करता है और घर में पैसों की बरकत बनाए रखता है।

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