आंखों में है एलर्जी की परेशानी या इंफेक्शन की समस्या, एक्सपर्ट बता रहे हैं दोनों के बीच क्या है अंतर?

0
mixcollage-15-sep-2025-07-04-pm-8711-1757943259

लाइफस्टाइल डेस्क { गहरी खोज }: आँखें हमारे शरीर का बहुत ही संवेदनशील अंग हैं। ज़रा-सी लापरवाही या बदलाव तुरंत असर दिखा सकता है। कई बार लोगों को आँखों में जलन, लालिमा, पानी आना या खुजली जैसी परेशानी होती है। ग्वालियर स्थित रतन ज्योति नेत्रालय के संस्थापक एवं निदेशक, एमबीबीएस डॉ. पुरेन्द्र भसीन, कहते हैं कि यह समस्या कभी एलर्जी के कारण होती है और कभी इंफेक्शन की वजह से। दोनों स्थितियों में लक्षण मिलते-जुलते हैं, इसलिए लोग अक्सर भ्रमित हो जाते हैं। सही पहचान और समय पर इलाज करना बहुत ज़रूरी है।

आँखों की एलर्जी
आँखों की एलर्जी तब होती है जब धूल, धुआँ, परागकण, पालतू जानवरों के बाल या किसी दवाई और कॉस्मेटिक से संवेदनशील प्रतिक्रिया होती है। इसमें आमतौर पर दोनों आँखों में खुजली, पानी आना और हल्की लालिमा दिखाई देती है। कई बार इसके साथ छींक आना और नाक बहना जैसे अन्य एलर्जी लक्षण भी होते हैं। एलर्जी लंबे समय तक रह सकती है, लेकिन आमतौर पर इसमें मवाद नहीं निकलता।

आँखों का इंफेक्शन
इंफेक्शन की समस्या बैक्टीरिया, वायरस या फंगस के कारण हो सकती है। इसमें आँखें लाल हो जाती हैं, दर्द होता है और अक्सर पीला या हरा मवाद निकलता है। इंफेक्शन एक आँख से शुरू होकर दूसरी आँख में भी फैल सकता है। वायरल इंफेक्शन में पानी ज्यादा आता है, जबकि बैक्टीरियल इंफेक्शन में मवाद अधिक बनता है और सुबह पलकों से चिपक जाता है। कभी-कभी इंफेक्शन में धुंधला दिखना और रोशनी से तकलीफ भी हो सकती है।

कैसे पहचाने अंतर?
एलर्जी और इंफेक्शन के बीच फर्क पहचानना ज़रूरी है। अगर खुजली और पानी आना ज़्यादा हो तो यह ज़्यादातर एलर्जी होती है। अगर मवाद या चिपचिपा डिस्चार्ज निकल रहा है तो यह इंफेक्शन की संभावना है। एलर्जी में दोनों आँखें एक साथ प्रभावित होती हैं, जबकि इंफेक्शन अक्सर एक आँख से शुरू होता है। एलर्जी धीरे-धीरे चलती रहती है, जबकि इंफेक्शन अचानक तेज़ी से बढ़ सकता है।

क्या है उपाय?
एलर्जी में एंटी-एलर्जिक आई ड्रॉप्स और परहेज सबसे कारगर होते हैं। धूल, धुआँ और परागकण से बचना ज़रूरी है। वहीं, इंफेक्शन में एंटीबायोटिक या एंटीवायरल दवाओं की ज़रूरत पड़ सकती है, जो केवल डॉक्टर की सलाह से ही ली जानी चाहिए। इंफेक्शन की स्थिति में आँखों को बार-बार छूना या रगड़ना और तौलिए जैसी वस्तुएँ साझा करना बिल्कुल नहीं चाहिए। अगर आँखों में लगातार लालिमा, दर्द, मवाद या तेज़ जलन हो रही है, तो तुरंत नेत्र विशेषज्ञ से परामर्श लेना ही सबसे सुरक्षित उपाय है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *