लिवर की दुश्मन बनी ये खतरनाक बीमारी, दुनियाभर के डॉक्टर्स हैं परेशान

लाइफस्टाइल डेस्क { गहरी खोज }: रोज सिर्फ वॉक की आदत आपको दिल-दिमाग को खतरनाक बीमारियों से बचा सकती है। सिर्फ 5 मिनट वॉक करने से ब्लड सर्कुलेशन बेहतर होता है और पॉजिटिव एनर्जी बढ़ती है। 10 मिनट पैदल चल लिए तो स्ट्रेस हार्मोन कार्टिसोल घटता है। 15 मिनट वॉक की आदत डाल ली तो शुगर बैलेंस रहने लगता है। अगर 30 मिनट रूटीन से चलते हैं तो बॉडी का फैट एनर्जी में कनवर्ट हो जाता है। वहीं 45 मिनट की वॉक ओवरथिकिंग से बचाती है तो 1 घंटा चल लिए तो हैप्पीनेस हार्मोन डोपामाइन सेरोटोनिन बढ़ते हैं जो आपका मूड बूस्ट कर देते हैं। इससे शरीर के इंजन यानि लिवर की भी मरम्मत हो जाती है।
रोज 30 मिनट की वॉक से बॉडी फैट एनर्जी में बदलता है ये फैटी लिवर की परेशानी से भी बचाता है और 5 मिनट वॉक करने से जो ब्लड सर्कुलेशन बेहतर होता है वो हाई बीपी का खतरा घटाता है। ये हाई ब्लड प्रेशर लिवर की बीमारी को सीरियस बना सकता है। जी हां हाइपरटेंशन सिर्फ हार्ट डिज़ीज़ की वजह नहीं बनता बल्कि इससे लिवर पर भी असर पड़ता है। भारत, चीन और यूरोप के कई देशों के डॉक्टर्स ने 1 लाख से ज़्यादा लोगों पर रिसर्च करके ये पता लगाया है कि हाइपरटेंशन लिवर के सख्त होने और उसमें फाइब्रोसिस की वजह बन रहा है।
लिवर के लिए खतरनाक बना बीपी और हाइपरटेंशन
बीमारी की कैटेगरी के मुताबिक बने 3 ग्रुप में से एक ग्रुप के 33% तो दूसरे ग्रुप के 37% लिवर पेशेंट हाइपरटेंशन के शिकार थे। वहीं जिगर की बायोप्सी करा चुके 49% पेशेंट को भी हाई बीपी की दिक्कत थी। देश में पहले ही हर तीसरा शख्स फैटी लिवर से जूझ रहा है। ऊपर से अगर हाई बीपी वाले हर चौथे शख्स का जिगर भी बीमार हो गया तो सिरोसिस, फाइब्रोसिस, लिवर कैंसर की रफ्तार बेकाबू होते देर नहीं लगेगी। ऐसे में स्वामी रामदेव से जानिए बीपी और लिवर दोनों की ही परेशानियों से बचाने के योगिक-आयुर्वेदिक उपाय क्या हैं?
फैटी लिवर के लक्षण
भूख कम लगना
इनडायजेशन
पेट के ऊपरी हिस्से में सूजन
लगातार थकावट होना
उल्टी आना
लिवर की खतरनाक बीमारियां
लिवर की बीमारियों में फैटी लिवर से शुरुआत होती है। अगर फैटी लिवर को ट्रीट न किया जाए तो लंबे समय में इससे लिवर सिरोसिस का खतरा बढ़ता है। लिवर सिरोसिस के कारण लिवर फाइब्रोसिस होने लगता है और आखिर में लिवर कैंसर का खतरा बढ़ जाता है। फैटी लिवर भारत में तेजी से बढ़ रही बीमारी है। एक तिहाऊ आबादी का लिवर फैटी है और हर साल 1 करोड़ से ज्यादा नए केस आ रहे हैं। भारत में करीब 50 करोड़ मरीज फैटी लिवर के शिकार हैं। पिछले 10 साल में तेज़ी से इसके मामले बढ़े हैं।
लिवर प्रॉब्लम्स की क्या है वजह- लिवर की बढ़ती परेशानी की सबसे बड़ी वजह खराब लाइफस्टाइल है। जिसमें खान-पान से जुड़ी आदतें शामिल हैं। तला-भुना खाना, मसालेदार खाना, फैटी फूड्स, जंक फूड, रिफाइंड शुगर, अल्कोहल जैसी आदतों से फैटी लिवर की समस्या बढ़ रही है।
फैटी लिवर से होने वाली बीमारी- फैटी लिवर अपने आप में एक बीमारी है जो कई दूसरी बीमारियों का कारण बनती है। फैटी लिवर होने पर हाई कोलेस्ट्रॉल, मोटापा, डायबिटीज, थायराइड, स्लीप एप्निया और इनडायजेशन की समस्या होने लगती है।
लिवर का काम- शरीर में लिवर सबसे बड़ा अंग है जो खाने को पचाने से लेकर शरीर के दूसरे अंगों तक पोषण भेजने का काम करता है। लिवर हमारे शरीर में एंजाइम्स बनाता है। ब्लड फिल्टर करता है और टॉक्सिंस बाहर निकालता है। इससे कोलेस्ट्रॉल कंट्रोल, डाइजेशन बेहतर होता है। लिवर का काम प्रोटीन बनाना और इम्यूनिटी को बढ़ाना भी है।
लिवर को कैसे बनाएं स्वस्थ- लिवर को हेल्दी रखना है तो आपको सेचुरेटेड फैट, ज्यादा नमक, ज्यादा मीठा, प्रोसेस्ड फूड, कार्बोनेटेड ड्रिंक और अल्कोहल के सेवन से बचना चाहिए। इससे लिवर पर बुरा असर पड़ता है। इनकी बजाय मौसमी फल, साबुत अनाज और लो फैट डेयरी प्रोडक्ट का सेवन करें।