सर्जरी से बचाव और जीवन की गुणवत्ता बेहतर करने में फिजियोथेरेपी की अहम भूमिकाः अनुप्रिया

नई दिल्ली{ गहरी खोज }: केन्द्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण राज्यमंत्री अनुप्रिया पटेल ने दर्द निवारण, बढ़ती उम्र में गतिशीलता, रोगों की रोकथाम, सर्जरी से बचाव और समग्र स्वास्थ्य एवं जीवन की गुणवत्ता को बेहतर करने में फिजियोथेरेपी की अहम भूमिका की सराहना करते हुए इसकी गुणवत्ता को बेहतर बनाने पर जोर दिया है। अनुप्रिया पटेल शनिवार को यहां आयोजित इंडियन एसाेसिएशन आफ फिजियाेथेरेपी(आईएपी)- महिला सेल एवं फिज़ियोमंथन-2025 के तृतीय राष्ट्रीय सम्मेलन को संबोधित कर रही थीं। उन्हाेंने आईएपी द्वारा आज से ही आरंभ ‘समुदाय-आधारित पॉश्चर एजुकेशन प्रोग्राम’ की पहल की सराहना करते हुए कहा कि इससे भावी पीढ़ियों का ‘मस्कुलोस्केलेटल विकारों’ से बचाव कर स्वस्थ एवं सशक्त समाज का निर्माण किया जा सकेगा। उन्होंने आईएपी विमेन सेल के प्रयासों की भी सराहना की जिसने एक स्वस्थ भविष्य के लिए पेशेवरों को एकजुट किया है। इस मौके पर विशिष्ट अतिथि आरोग्य भारत की राष्ट्रीय सचिव डॉ. एके वर्श्नेय ने चिकित्सा के क्षेत्र में फिज़ियोथेरेपी के योगदान की प्रशंसा की और कहा कि आधुनिक पुनर्वास को पारंपरिक स्वास्थ्य पद्धतियों के साथ जोड़कर फिज़ियोथेरेपिस्ट देश की स्वास्थ्य प्रणाली को मजबूत बना रहे हैं। उन्होंने कहा कि “हेल्थ एक्सपो” में प्रदर्शित उपचार की नवीनतम तकनीकि एवं नए अन्वेषण स्वास्थ्य सेवा विशेषज्ञों, विद्यार्थियों, रोगियों तथा उनके परिजनों के लिए उपयोगी सिद्ध होंगे।
आईएपी के अध्यक्ष डॉ. संजीव झा ने कहा, इस वर्ष का विषय ‘सभी के लिए गति: विद्यालय, खेल और समाज में फिज़ियोथेरेपी का मिलन’ है जो फिज़ियोथेरेपी को जीवन के हर चरण में शामिल करने के हमारे सामूहिक मिशन को दर्शाता है। फिज़ियोथेरेपिस्ट केवल उपचारक नहीं हैं, बल्कि एक स्वस्थ राष्ट्र के निर्माण में सहभागी भी हैं।
उल्लेखनीय है कि दो दिवसीय सम्मेलन में देशभर से 2,500 से अधिक प्रतिभागी हिस्सा ले रहे हैं। दो दिवसीय सम्मेलन में वैज्ञानिक सत्रों, विशेषज्ञ पैनलों, कार्यशालाओं और संवादात्मक चर्चाओं के माध्यम से फिज़ियोथेरेपी की नवीनतम प्रगति और श्रेष्ठ पद्धतियों को प्रस्तुत किया जाएगा।