राज कुंद्रा ने कथित धोखाधड़ी मामले पर तोड़ी चुप्पी, हमने कोई गलती नहीं की

मुंबई{ गहरी खोज }: शिल्पा शेट्टी और उनके पति राज कुंद्रा का नाम पहले भी कई विवादों में जुड़ चुका है, लेकिन हाल के दिनों में उनकी परेशानियां और बढ़ गई हैं। दरअसल, एक व्यापारी ने उन पर 60 करोड़ रुपये की कथित धोखाधड़ी का गंभीर आरोप लगाया है। अब इस मामले पर राज कुंद्रा ने पहली बार चुप्पी तोड़ते हुए अपनी प्रतिक्रिया दी है।
व्यापारी का दावा है कि निवेश और कर्ज के नाम पर दी गई रकम को शिल्पा और राज ने अपने निजी खर्चों में इस्तेमाल किया। अब इस मामले पर राज कुंद्रा ने पहली बार चुप्पी तोड़ते हुए अपनी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने अपनी पंजाबी फिल्म ‘मेहर’ के प्रमोशन में व्यस्त राज कुंद्रा ने बातचीत में कहा, ज़िंदगी इंतजार और देखने का नाम है। हमने कोई गलती नहीं की, इसलिए कुछ कहने की ज़रूरत भी महसूस नहीं हुई। जब हम सच जानते हैं तो सफाई देने की आवश्यकता नहीं होती। सच्चाई देर-सबेर सामने आ ही जाएगी। हमने कभी गलत किया नहीं है और ना ही कभी करेंगे।
गौरतलब है कि इस मामले में राज और शिल्पा के खिलाफ लुकआउट नोटिस भी जारी किया गया है। बीते अगस्त महीने में शिल्पा शेट्टी और राज कुंद्रा के खिलाफ 60 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी का मामला दर्ज हुआ था। इसी मामले में हाल ही में ईओडब्लू (आर्थिक अपराध शाखा) ने राज कुंद्रा को समन जारी किया है। अब उन्हें 15 सितंबर को जांच अधिकारियों के सामने पेश होकर अपना बयान दर्ज कराना होगा। पहले उन्हें 10 सितंबर को पेश होने के लिए कहा गया था, लेकिन राज ने अतिरिक्त समय मांगा था। फिलहाल, जांच पूरी होने तक राज कुंद्रा को देश छोड़ने की अनुमति नहीं है। वहीं शिल्पा शेट्टी ने अब तक इस पूरे विवाद पर चुप्पी साध रखी है।
दरअसल, लोटस कैपिटल फाइनेंशियल सर्विसेज के डायरेक्टर और कारोबारी दीपक कोठारी का आरोप है कि 2015 से 2023 के बीच उन्होंने शिल्पा और राज की कंपनी बेस्ट डील टीवी प्राइवेट लिमिटेड में बिजनेस बढ़ाने के नाम पर करीब 60.48 करोड़ रुपये लगाए। आरोप है कि शिल्पा-राज ने शुरुआत में 75 करोड़ रुपये का लोन 12 फीसद वार्षिक ब्याज पर मांगा था, लेकिन बाद में टैक्स बचाने के लिए इस रकम को निवेश के रूप में दिखाने की सलाह दी। दीपक कोठारी का यह भी आरोप है कि अप्रैल 2016 में शिल्पा शेट्टी ने लिखित तौर पर आश्वासन दिया था कि उनकी दी हुई राशि तय समय पर 12 फीसद ब्याज सहित वापस कर दी जाएगी। लेकिन कुछ ही महीनों बाद, सितंबर 2016 में शिल्पा ने कंपनी के निदेशक पद से इस्तीफा दे दिया। कोठारी का कहना है कि बाद में उन्हें यह भी पता चला कि 2017 में कंपनी के खिलाफ 1.28 करोड़ रुपये का दिवालियापन मामला पहले से ही चल रहा था, जिसकी जानकारी उन्हें कभी नहीं दी गई।