अभिषेक मनु सिंघवी ने चुनाव आयोग पर पवन खेड़ा की छवि धूमिल करने का लगाया आरोप

नई दिल्ली{ गहरी खोज }: कांग्रेस नेता अभिषेक मनु सिंघवी ने चुनाव आयोग पर पार्टी प्रवक्ता पवन खेड़ा और उनकी पत्नी की छवि धूमिल करने का आरोप लगाया है। उन्होंने आज कांग्रेस मुख्यालय में प्रेस वार्ता में कहा कि पवन खेड़ा ने 2017 में जंगपुरा में निवास बदलने की जानकारी चुनाव आयोग को दी थी और नए पते पर मतदाता सूची में नाम स्थानांतरित करने के लिए फॉर्म भरा था। इसके बावजूद, आयोग ने 2 सितंबर 2025 को नई दिल्ली के जिला निर्वाचन कार्यालय के माध्यम से खेड़ा को कारण बताओ नोटिस जारी किया।
सिंघवी ने कहा कि चुनाव आयोग ने न केवल खेड़ा और उनकी पत्नी की निजी जानकारी सार्वजनिक की, बल्कि नोटिस में आपत्तिजनक और मानहानिकारक भाषा का भी उपयोग किया। उन्होंने कहा कि खेड़ा ने 2017 में नाम स्थानांतरण के लिए आवेदन किया था, जिसकी रसीद पर 18 अगस्त 2017 की तारीख अंकित है। आयोग ने तब उनका नाम नए पते पर स्थानांतरित कर दिया था।
सिंघवी ने कहा कि आठ साल बाद अचानक खेड़ा पर दो जगह मतदाता होने का आरोप क्यों लगाया जा रहा है, जबकि नाम स्थानांतरण का कार्य स्वयं आयोग ने किया था। उन्होंने इसे आयोग की गलती बताते हुए कहा कि यह खेड़ा और उनकी पत्नी की छवि को नुकसान पहुंचाने की साजिश है।