कोपरी में ऐतिहासिक पर्यावरणुकूल बप्पा का विसर्जन

मुंबई{ गहरी खोज }: ठाणे पूर्व में इस वर्ष कोपरी पुलिस स्टेशन का बप्पा विसर्जन समारोह भक्ति, परंपरा और पर्यावरण-मित्रता का अनूठा संगम रहा। कानून-व्यवस्था बनाए रखते हुए समाज की सुरक्षा का दायित्व निभाने वाले ये पुलिसकर्मी आस्था और संस्कृति को अक्षुण्ण रखते हुए अपना त्योहार पूरी श्रद्धा से मनाते दिखे। कृत्रिम तालाब में पर्यावरण-अनुकूल विसर्जन के साथ, उन्होंने एक जीवंत उदाहरण प्रस्तुत किया कि ‘कर्तव्य , आस्था और परंपरा भी साथ-साथ चल सकते हैं’। पूरे गणेशोत्सव के दौरान, ठाणे पूर्व में कोपरी पुलिस ने दिन-रात इस बात का ध्यान रखा कि नागरिक बिना किसी झिझक के बप्पा का उत्सव मनाएँ, कहीं कोई उपद्रव न हो और अनुशासन बना रहे। उनके समर्पण के कारण, यह उत्सव सुचारू और शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न हुआ।
हालांकि, केवल सुरक्षा तक ही सीमित न रहकर, वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक निशिकांत विश्वकर के मार्गदर्शन में, पुलिसकर्मियों ने स्वयं भक्तिभाव से बप्पा का स्वागत किया और दस दिनों तक पुलिस थाने को आरती, पूजा और आनंदमय वातावरण से भर दिया। सोमवार को पुलिस ने बप्पा को विदाई देने के लिए शोभायात्रा निकाली गई। अनुशासित लेकिन उत्साहपूर्ण माहौल में निकली इस शोभायात्रा में आस्था, संस्कृति और पर्यावरण जागरूकता का संगम देखने को मिला। कृत्रिम तालाब में विसर्जन कर पर्यावरण जागरूकता का संदेश दिया गया। गणेशोत्सव के दौरान पुलिस ने न केवल कानून-व्यवस्था बनाए रखी, बल्कि परंपरा के साथ न्याय करते हुए पर्यावरण मित्रता का दायित्व भी निभाया। यह विसर्जन समारोह न केवल ठाणे पूर्व में कोपरी पुलिस के लिए, बल्कि पूरे समाज के लिए एक प्रेरणा था।