आप भी करते हैं फ्रोजन फूड्स का सेवन तो हो जाएं सावधान, जानें क्यों हैं ये सेहत के लिए खतर

लाइफस्टाइल डेस्क { गहरी खोज }: आज के समय में जब लोगों के पास वक्त नहीं होता तो फ्रोजन फूड्स का चलन बढ़ा है। दरअसल, चक्कर ये है कि फ्रोजन फूड्स से खाना बनाने और खाने में समय तो बचता है लेकिन, सेहत के लिए ये नुकसानदेह भी हो सकते हैं। आजकल हम लोग फ्रोजन सब्जियां, फ्रोजन मटर और फ्रोजन पकोड़े खा रहे हैं पर ये कई प्रकार से सेहत के लिए नुकसानदेह भी हो सकते हैं। जान लेते है फ्रोजन फूड क्या है और इन्हें खाने के नुकसान क्या है।
फ्रोजन फूड्स क्या हैं?
फ्रोजन फूड्स ऐसे खाद्य पदार्थ हैं जिन्हें लंबे समय तक सुरक्षित रखने के लिए बहुत कम तापमान पर जमा कर रखा जाता है। इसमें ताजी सब्जियां जैसे मटर, गोभी और ब्रोकली से लेकर रेडी-टू-ईट भोजन जैसे पनीर करी और पकौड़े शामिल हैं। इस प्रक्रिया से भोजन को साल भर उपलब्ध कराया जा सकता है।
फ्रोजन फूड्स खाने के नुकसान
प्रेज़रवेटिव्स का उपयोग: फ्रोजन फूड्स में कई तरह के प्रेज़रवेटिव्स और एडिटिव्स का इस्तेमाल होता है, जैसे कि ब्लू-1 और रेड-3। ये केमिकल पेट में गैस, एसिडिटी और अन्य पाचन संबंधी समस्याओं को बढ़ा सकते हैं।
सोडियम और शुगर की अधिक मात्रा: इन फूड्स में अक्सर सोडियम और शुगर की मात्रा ज्यादा होती है, जो शरीर में सूजन का कारण बन सकती है और मोटापा बढ़ा सकती है।
पोषक तत्वों की कमी: फ्रीजिंग की प्रक्रिया में कुछ पोषक तत्व नष्ट हो सकते हैं, जिससे इनकी पौष्टिकता कम हो जाती है। इसके अलावा, सही तरीके से स्टोर न करने पर ये पेट के इंफेक्शन का कारण भी बन सकते हैं।
फ्रोजन फूड्स खरीदते समय ध्यान रखने योग्य बातें
फ्रोजन फूड्स खरीदते समय देखें सैचुरेटेड फैट की मात्रा कितनी है। ज्यादा फैट वजन और शुगर को बढ़ाता है। पैकेट पर नमक और चीनी की मात्रा जरूर जांच लें। कम मात्रा वाले प्रोडक्ट्स बेहतर होते हैं। एक्सपायरी डेट सबसे महत्वपूर्ण है। हमेशा सुनिश्चित करें कि आप एक्सपायरी डेट के अंदर ही प्रोडक्ट खरीद रहे हैं। ऐसे फ्रोजन फूड्स से बचें जिनमें बहुत ज्यादा सॉस या मसाले हों, क्योंकि इनमें अक्सर शुगर और नमक अधिक होता है। इस्तेमाल से पहले फ्रोजन फूड्स को कमरे के तापमान पर 30 मिनट के लिए रख दें, और सब्जियों को गर्म पानी में हल्का उबालकर इस्तेमाल करें। इससे उनकी ताजगी और स्वाद बना रहता है और सेहत पर भी बुरा असर कम होता है।