दिल्ली की मुख्यमंत्री ने यमुना के जलस्तर को लेकर सभी जिलाधिकारियों के साथ की बैठक

नई दिल्ली{ गहरी खोज }: खतरे के निशान के ऊपर बह रही यमुना के जलस्तर को लेकर शुक्रवार को मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने दिल्ली के सभी जिलाधिकारियों के साथ ऑनलाइन बैठक कर यमुना के जलस्तर और भारी बारिश की स्थिति की समीक्षा की।
मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिए हैं कि 24×7 मॉनिटरिंग जारी रहे, राहत कार्य में कोई ढिलाई न हो और हर दिल्लीवासी की सुरक्षा सर्वोच्च प्राथमिकता हो। उन्होंने कहा कि सरकार की पूरी टीम सतर्क है और हर परिस्थिति से निपटने के लिए पूरी तरह तैयार है। दिल्ली में खतरे के निशान से दो मीटर ऊपर बह रही यमुना का जलस्तर शुक्रवार को मामूली नीचे आया जाे दोपहर एक बजे 207.22 मीटर दर्ज किया गया है। यमुना में खतरे का निशान 205.33 है।
आधिकारिक जानकारी के अनुसार गुरुवार से यमुना के जलस्तर में गिरावट दर्ज की गई है। शुक्रवार दोपहर एक बजे जलस्तर 207.22 मीटर पर दर्ज किया गया है। इस दौरान हरियाणा के हथिनी कुंड बांध से 88462 क्यूसेक पानी छोड़ा गया है। हालांकि यमुना से सटे इलाके पूरी तरह से जलमग्न दिखाई दे रहे हैं। जल भराव के कारण लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। यमुना किनारे बसे लोग अपने पशुओं को लेकर सड़कों पर बस गए हैं, जिसके कारण कई इलाकों में जाम की स्थिति बनी हुई है। दिल्ली में हो रही बारिश ने लोगों की मुश्किलें और बना रखी हैं। प्रशासन लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचा रहा है।
हरियाणा के हथिनी कुंड बांध से लगातार पानी छोड़े जाने से उफान पर आई यमुना और पिछले कई दिनों से हो रही बारिश से राजधानी के कई हिस्सों में जलभराव बना हुआ है। सिविल लाइंन के बेला रोड स्थित स्वामी नारायण मंदिर परिसर में पानी भर गया है। आईएसबीटी कश्मीरी गेट के आसपास बुधवार से जल भराव की स्थिति बनी हुई है, जिसकी वजह से यातायात काफी धीमा है। राष्ट्रीय राजधानी में बाढ़ की चेतावनी कई दिनों पहले से जारी है। दिल्ली का निगमबोध घाट और वासुदेव घाट डूबा पड़ा है।