आइसक्रीम, नमकीन उद्योग ने जीएसटी संशोधन का किया स्वागत, ग्राहकों को देंगे लाभ

नई दिल्ली{ गहरी खोज }: आइसक्रीम, मिठाई एवं नमकीन निर्माता महासंघ ने जीएसटी संशोधन का स्वागत करते हुए कहा है कि यह ऐतिहासिक सुधार है जो कि नमकीन, पनीर और भारतीय ब्रेड, केक, पेस्ट्री, चॉकलेट, आइसक्रीम, सूखे मेवे, मेवे आदि के उपभोक्ताओं को राहत देगा।
महासंघ के महानिदेशक एच. नकवी ने कहा, यह एक महत्वपूर्ण क्षण है। सरकार ने एक सरल, निष्पक्ष और अधिक विकासोन्मुखी कर व्यवस्था बनाई है। महासंघ के विरेंद्र जैन ने कहा कि रेस्टोरेंट व्यापार में इनपुट टैक्स नहीं मिलता है उसमें मिलना चाहिए, इसे भी सरकार अपने सुधारों में शामिल करे।
अग्रणी दूध कंपनी, मदर डेयरी के प्रबंध निदेशक मनीष बंदलिश ने कहा, हम पनीर, चीज़, घी, मक्खन, अल्ट्रा-हाई टेम्परेचर (यूएचटी) दूध, दूध आधारित पेय पदार्थ और आइसक्रीम सहित दुग्ध उत्पादों की व्यापक श्रृंखला पर जीएसटी दरों को कम करने के केंद्र सरकार के निर्णय की सराहना करते हैं।
मनीष बंदलिश ने मीडिया से कहा कि यह दरें पैकेड श्रेणियों के लिए विशेष रूप से महत्वपूर्ण है, जो भारतीयों के बीच तेजी से लोकप्रिय हो रही है और भविष्य में इनकी मांग में और तेजी आएगी। उन्होंने भरोसा दिया कि मदर डेयरी यह लाभ उपभोक्ताओं तक प्रभावी ढंग से पहुंचाने के लिए प्रयास सुनिश्चित करेगा।