मंत्री छगन भुजबल को इस्तीफा दे देना चाहिए: संजय राऊत

मुंबई{ गहरी खोज }: शिवसेना यूबीटी के नेता संजय राऊत ने गुरुवार को मुंबई में कहा कि महाराष्ट्र सरकार के नाराज मंत्री छगन भुजबल को इस्तीफा दे देना चाहिए और उन्हें ओबीसी समाज के विकास का काम करना चाहिए। राऊत ने आज पत्रकारों से बातचीत में कहा कि मराठा नेता मनोज जारांगे की मांगें मान्य होने के बाद छगन भुजबल ने नाराजगी जताई और कहा था कि वे इसे कोर्ट में चुनौती देंगे। इसके बाद छगन भुजबल मंत्रालय में कैबिनेट की बैठक में अनुपस्थित रहे। उनकी नाराजगी की खबरें मीडिया में भी प्रसारित हुई हैं। उन्होंने कहा कि छगन भुजबल ने कैबिनेट की बैठक का बहिष्कार कर वर्तमान सरकार के कामकाज पर नाराजगी जताई है। ऐसे में छगन भुजबल को ओबीसी के सम्मान के लिए अपने मंत्री पद इस्तीफा दे देना चाहिए और ओबीसी समाज के लिए काम करना चाहिए।
उन्होंने कहा कि छगन का ओबीसी प्रेम बहुत पुराना है और वे ओबीसी के लिए काम करते रहे हैं। उन्होंने कहा कि जब मंडल आयोग का काम तेजी से हो रहा था, उस समय शिवसेना प्रमुख बालासाहेब ठाकरे की अलग भूमिका थी। उस समय बालासाहेब की भूमिका से नाराज होकर छगन भुजबल ने शिवसेना छोड़ दी थी। उन्होंने कहा छगन को अब अपने मंत्री पद का इस्तीफा देकर ओबीस समाज के लिए ही काम करना चाहिए।
हालांकि मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने गुरुवार को पत्रकारों को बताया कि छगन भुजबल नाराज नहीं हैं। उन्होंने छगन भुजबल से बात की है और सरकार हर वर्ग के लिए काम कर रही है। मुख्यमंत्री ने कहा कि मराठा समाज की मांग मान्य होने के बाद कुछ लोग भ्रम फैलाने का प्रयास कर रहे हैं, जबकि ओबीसी महासंघ के अध्यक्ष ने साफ कर दिया है कि ओबीसी के साथ अन्याय नहीं हुआ है। छगन भुजबल से चर्चा कर सरकार ओबीसी समाज के हित में और भी निर्णय लेगी।