ड्रग ओवरडोज होने पर क्या होता है, डॉक्टर से जानेंड्रग ओवरडोज होने पर क्या करना चाहिए?

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लाइफस्टाइल डेस्क { गहरी खोज }: अंतर्राष्ट्रीय ड्रग ओवरडोज अवेयरनेस डे के मौके पर, पीएसआरआई अस्पताल में आपातकालीन प्रमुख, डॉ. प्रशांत सिन्हा बता रहे हैं कि यह समझना बहुत ज़रूरी है कि ड्रग ओवरडोज क्या है और इससे बचाव कैसे किया जा सकता है। यह सिर्फ एक लत की समस्या नहीं, बल्कि एक गंभीर मेडिकल इमरजेंसी है। चलिए जानते हैं ड्रग ओवरडोज होने पर क्या होता है?

ड्रग ओवरडोज होने पर क्या होता है?
ड्रग ओवरडोज़ एक गंभीर स्थिति है, जिसमें दवाई या नशीले पदार्थ की अत्यधिक मात्रा शरीर में चली जाती है। यह स्थिति जानलेवा हो सकती है क्योंकि इससे शरीर के महत्वपूर्ण अंग जैसे दिमाग, हृदय और फेफड़े काम करना बंद कर सकते हैं। अक्सर लोग दर्द निवारक दवाओं, नींद की दवाओं या नशे के लिए इस्तेमाल किए जाने वाले पदार्थों की ज्यादा खुराक ले लेते हैं, जिससे ओवरडोज़ हो सकता है। इसके परिणाम बहुत ही गंभीर हो सकते हैं जो ड्रग के प्रकार पर निर्भर करते हैं।

श्वसन तंत्र पर असर: यह सबसे खतरनाक असर है। व्यक्ति की सांस लेने की गति बहुत धीमी हो जाती है या पूरी तरह से रुक जाती है। शरीर के अंगों, खासकर दिमाग तक ऑक्सीजन नहीं पहुँच पाती, जिससे ब्रेन डैमेज या मृत्यु हो सकती है।

हृदय पर असर: कुछ उत्तेजक ड्रग्स जैसे कोकीन, एम्फ़ैटेमिन दिल की धड़कन को असामान्य रूप से बढ़ा देते हैं। इससे दिल का दौरा, स्ट्रोक या कार्डियक अरेस्ट हो सकता है। ब्लड प्रेशर बहुत ज़्यादा बढ़ या घट सकता है।

मस्तिष्क पर असर: व्यक्ति होश खो सकता है और कोमा में जा सकता है। मिर्गी के दौरे पड़ सकते हैं। बातचीत करने और प्रतिक्रिया देने की क्षमता खत्म हो जाती है।

ओवरडोज़ के लक्षण
ओवरडोज़ के दौरान मरीज में कई तरह के लक्षण दिखाई देते हैं। इनमें अत्यधिक नींद या बेहोशी, सांस लेने में कठिनाई, होंठ और नाखूनों का नीला पड़ना, दौरे पड़ना, उल्टी होना और दिल की धड़कन का अनियमित होना शामिल है। कई मामलों में मरीज तुरंत बेहोश भी हो सकता है। ऐसे समय पर देरी जानलेवा साबित हो सकती है।

अगर किसी को ओवरडोज हो जाए तो क्या करें?
बिना देर किए आपातकालीन सेवा (जैसे 108 या 112) को कॉल करें। व्यक्ति को होश में लाने की कोशिश करें।​ जोर से नाम पुकारें या हल्का हिलाएं। अगर व्यक्ति बेहोश है, तो उसे एक करवट पर लिटा दें ताकि वह उल्टी करने पर न अटके।

डॉक्टर से जानें बचाव के उपाय
बचाव के लिए सबसे जरूरी है कि दवाइयों का सेवन हमेशा डॉक्टर की सलाह और सही खुराक के अनुसार ही करें। कभी भी अपनी मर्ज़ी से दवाई की मात्रा न बढ़ाएं। घर में दवाइयों को बच्चों की पहुँच से दूर रखें और नशे से जुड़ी किसी भी आदत से बचें। अगर किसी को ओवरडोज़ हो जाए तो तुरंत नजदीकी अस्पताल ले जाएं और रास्ते में मरीज की सांस व धड़कन पर नज़र रखें। ड्रग ओवरडोज़ से बचाव संभव है, यदि समय पर जागरूकता और सावधानी बरती जाए। सही जानकारी और सतर्कता से हम कई ज़िंदगियां बचा सकते हैं।

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