एक करोड़ से अधिक की ठगी मामले में दो आरोपित गिरफ्तार

देहरादून{ गहरी खोज }: उत्तराखण्ड स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) के साइबर थाना कुमाऊं परिक्षेत्र ने 01 करोड़ रूपये से अधिक की साइबर धोखाधड़ी के 02 आरोपितों को झारखण्ड के रांची से गिरफ्तार किया गया है। दोनों आरोपितों को न्यायालय में पेश किया गया, जहां से उन्हें न्यायिक अभिरक्षा में जेल में दिया गया है।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक एसटीएफ नवनीत सिंह ने बताया कि नैनीताल निवासी एक व्यक्ति ने मार्च में मामला दर्ज कराया था कि अज्ञात व्यक्तियों ने फर्जी टेलीकॉम अधिकारी बनकर उसे डिजिटल अरेस्ट किया। मात्र 10 दिनों में अलग-अलग खातों में कुल 1.02 करोड़ की धनराशि धोखाधड़ी से जमा कराई गई। उन्होंने बताया कि अपर पुलिस अधीक्षक स्वप्न किशोर, पुलिस उपाधीक्षक अंकुर मिश्रा, प्रभारी निरीक्षक अरूण कुमार, साइबर क्राइम पुलिस स्टेशन कुमाऊं परिक्षेत्र को मामले की जांच सौंपी गई। बैंक खातों, रजिस्टर्ड मोबाइल नम्बरों, व्हाट्सअप की जानकारी प्राप्त कर बैंकों, सर्विस प्रदाता कंपनियों, मेटा कंपनी से पत्राचाकर कर डेटा प्राप्त किया गया। प्राप्त डेटा के विश्लेषण से जानकारी में आया कि साइबर अपराधियों ने घटना में पीड़ित को डिजिटली अरेस्ट कर विभिन्न बैंक खातों में धनराशि स्थानांनरित करवाई।
पुलिस ने बताया कि विवेचना में आरोपित अजय कुमार सिन्हा पुत्र स्व. गिरिश नारायण व सौरभ शेखर पुत्र अजय कुमार सिन्हा निवासी शिवपुरी टिकिया टोली गांव पटना, बिहार चिन्हित किया गया। इसके बाद झारखण्ड पुलिस की साहयता से रांची से दोनों को गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश किया गया। न्यायालय ने उन्हें न्यायिक हिरासत में केन्द्रीय कारागार भेज दिया। आरोपितों के विरूद्ध रांची में भी इसी प्रकार से एक महिला को डिजीटली अरेस्ट कर 55 लाख रूपये की साइबर धोखाधड़ी का अभियोग पंजीकृत है।