एशियाई खेलों पर टिकी हैं जोशना चिनप्पा की निगाहें

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नयी दिल्ली{ गहरी खोज }: अनुभवी स्क्वाश खिलाड़ी जोशना चिनप्पा 30 की उम्र पार करने के बावजूद खेल में बने रहना चाहती हैं और उनका तात्कालिक लक्ष्य अगले साल होने वाले एशियाई खेल हैं। विश्व की पूर्व नंबर 10 खिलाड़ी जोशना अगले महीने 39 साल की हो जाएगी। वह दीपिका पल्लीकल और सौरव घोषाल के संन्यास लेने के बाद भारतीय स्क्वाश की स्वर्णिम पीढ़ी की अंतिम सक्रिय सदस्य हैं।
जोशना ने एचसीएल और भारतीय स्क्वाश रैकेट महासंघ द्वारा आयोजित सम्मान समारोह के मौके पर पीटीआई से कहा, ‘‘मैं अभी एक समय में एक ही टूर्नामेंट पर ध्यान दे रही हूं और इस साल के अंत में कुछ और पीएसए प्रतियोगिताओं में खेलने जा रही हूं।’’ उन्होंने कहा, ‘‘मैं अभी जिंदगी के उस पड़ाव पर हूं जहां मुझे यह देखना पड़ता है कि मेरा शरीर टूर्नामेंट में खेलने के लिए पूरी तरह से फिट है या नहीं। इसलिए मैं चुनिंदा टूर्नामेंट में ही भाग ले रही हूं।’’
खेल से शरीर पर पड़ने वाले असर को देखते हुए जोशना तत्काल और आसानी से हासिल किए जा सकने वाले लक्ष्यों पर ध्यान केंद्रित कर रही हैं। उनमें से एक अगले साल जापान में होने वाले एशियाई खेल हैं।
उन्होंने कहा, ‘‘एशियाई खेल निश्चित रूप से मेरे दिमाग में हैं। लेकिन यह इस बात पर भी निर्भर करता है कि मैं अन्य टूर्नामेंट में कैसा प्रदर्शन करती हूं क्योंकि मुझे ट्रायल्स से भी गुजरना पड़ सकता है। लेकिन निश्चित तौर पर मैं एशियाई खेलों को ध्यान में रखकर तैयारी कर रही हूं।’’ स्क्वाश का 2028 लॉस एंजिलिस खेलों में ओलंपिक में पदार्पण होना तय है, लेकिन जोशना इतनी दूर की नहीं सोच रही हैं। उन्होंने कहा, ‘‘ईमानदारी से कहूं तो मैं अभी ओलंपिक के बारे में नहीं सोच रही हूं। अभी मैं केवल अपने खेल का पूरा आनंद ले रही हूं और चुनिंदा टूर्नामेंट में ही खेल रही हूं।’’

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