मरदाना इमामबाड़ा में कुआं मिलने के बाद हिंदू पक्षकारों ने मजबूत दावा बताया

वाराणसी{ गहरी खोज }: वाराणसी के दुर्गाकुंड में मरदाना इमामबाड़ा में कुआं मिलने के बाद हिंदू पक्षकारों ने अपना दावा मजबूत बताया है। हिंदू पक्षकारों की माने तो जहां पर इमामबाड़ा है, वहां पर पहले मुंडन हुआ करते थे। 90 के दशक में इस स्थान पर ताजिया रखने की परम्परा शुरू कराई गई और बाद में इस पूरे स्थान को घेरेबंदी कर इमामबाड़ा बना दिया गया। सिटी मजिस्ट्रेट रविशंकर सिंह ने मंगलवार को बताया कि इमामबाड़ा के जमीन की पैमाइश की गई है। इसकी रिपोर्ट जिलाधिकारी को सौंपने जा रहे हैं। इमामबाड़ा के अंदर कुआं मिला है। कुआं क्षेत्र को भी नापा गया है और वीडियो बना लिया गया है।
इमामबाड़े के मुतवल्ली मिर्जा नवाब प्यारेलाल ने पत्रकारों से कहा कि यह इमामबाड़ा वक्फ बोर्ड की सम्पत्ति है और सैकड़ों वर्ष पुराना इमामबाड़ा है। इमामबाड़ा से जुड़े सभी कागजात उनके पास मौजूद है। जिसे प्रशासन को सौंपा जा चुका है। इसके बाद किसी के दावे का कोई मतलब नहीं बनता है। वही नगर निगम ने दुर्गाकुंड क्षेत्र की आराजी संख्या 2342 की जमीन पर अपना दावा पेश किया है, जहां पर मौजूदा समय में इमामबाड़ा है। नगर निगम ने स्पष्ट कर दिया है कि जमीन पर से अवैध कब्जा हटाकर खाली कराया जाएगा।