‘सलमान का सपोर्ट किया तो मिली मौत की धमकी’ – कुनिका का खुलासा सुर्खियों में

मुंबई { गहरी खोज }: बिग बॉस 19 का आगाज हो चुका है। शो की कंटेस्टेंट बनीं कुनिका सदानंद का कहना है कि घर में मेरे लिए सबसे मुश्किल अपने इमोशंस पर कंट्रोल रखना होगा। साथ ही उन्होंने ये भी कहा कि वो हमेशा से ही अपनी बेबाक राय रखती हैं और बिग बॉस के घर में भी वो अपनी असली पर्सनालिटी को बनाए रखेंगी। जानिए अमर उजाला से बातचीत में कुनिका ने अपनी रणनीति और बिग बॉस के घर के बारे में और क्या कुछ बताया।
मेरे लिए बिग बॉस का सबसे मुश्किल हिस्सा होगा इमोशंस को कंट्रोल करना। घर का काम, खाना बनाना, सफाई करना, टास्क करना, इन सबमें मुझे कभी कोई दिक्कत नहीं रही है। यह सब मैं आसानी से कर सकती हूं। लेकिन इमोशंस, यह मेरी सबसे बड़ी कमजोरी भी हो सकती है और सबसे बड़ी ताकत भी। मुझे वहां रहकर अपने इमोशंस को जीतना है। मुझे लगता है कि यही मेरी सबसे बड़ी परीक्षा होगी।
मैंने पहले भी कहा है और अब भी कह रही हूं, मैं आउटस्पोकन हूं और मैं हमेशा अपनी असली शख्सियत रहूंगी। यह बहुत देर से बनी हुई आदत है। अब तो जैसे प्लास्टर ऑफ पेरिस होता है, उसी तरह मेरी पर्सनैलिटी भी मजबूत हो चुकी है। मुझे बदलना अब नामुमकिन है। झगड़ों से भागने या डरने वालों में से नहीं हूं, लेकिन हां, बिना वजह विवाद खड़ा करने वालों में भी नहीं हूं।
मुझे लगता है कि बिग बॉस के घर में झगड़े तो होंगे ही। इतने लोग जब एक साथ रहते हैं तो क्लैश होना स्वाभाविक है। मेरी कोशिश होगी कि मैं पीस मेकर बनूं। पहले मैं सामने वाले को समझाने की कोशिश करूंगी। अगर सामने वाला सुनने को तैयार न हो, तो मैं खुद को वहां से दूर कर लूंगी। अनावश्यक बहस या चिल्लाना मुझे पसंद नहीं है। लेकिन हां, अगर किसी को गलत लगेगा तो मैं समझाने की पूरी कोशिश करूंगी।
देखिए, मैं किसी को तलाशने नहीं जा रही हूं। रिश्ते जबरदस्ती नहीं बनाए जाते। सब कुछ नैचुरली होगा। वहां जो 16 लोग हैं, हर किसी को अपने परिवार, बच्चों, पति/पत्नी और सोशल मीडिया से दूर रहना होगा। हर कोई अपनी-अपनी परेशानियों से गुजरेगा। ऐसे में किसका असली चेहरा सामने आता है, यह वहीं देखने को मिलेगा। हो सकता है मेरा भी कोई नया रूप बाहर आए, जिसे मैं खुद भी नहीं जानती।
फिल्मों में आपने ज्यादा निगेटिव रोल किए हैं। क्या आपको लगता है कि बिग बॉस में भी लोग आपको उसी नजर से देखेंगे?
हां, बिल्कुल। मैंने ज्यादा निगेटिव रोल किए हैं और उसी वजह से लोग मुझे विलेन की तरह देखते हैं। लेकिन मैं कहती हूं कि यह मेरे लिए एक तरह से ब्लेसिंग है। जब मैं मार्केट में जाती हूं तो कोई मुझे तंग नहीं करता। लोग थोड़े डर के साथ बात करते हैं। यंगस्टर्स मुझे पहचानते हैं और थोड़ा इंटिमिडेट भी हो जाते हैं। लेकिन मुझे इसमें कोई दिक्कत नहीं है। यह मेरी स्क्रीन इमेज है, रियल लाइफ में मैं अलग हूं।
यही तो मुश्किल है। बिग बॉस के घर में बहुत पाबंदियां हैं। सबकुछ नहीं बोल सकते। लेकिन जहां मुझे लगेगा कि किसी मुद्दे पर बोलना जरूरी है, मैं जरूर बोलूंगी। हां, बाद में एडिट हो जाएगा या कट जाएगा, यह शो की टीम पर है। लेकिन मैं अपनी आइडियोलॉजी और वोकल नेचर से पीछे नहीं हट सकती। जब बात देश की हो, सोशल जस्टिस की हो या ह्यूमैनिटी की हो, तो मैं अपनी राय जरूर रखूंगी। हां, राजनीति को मैं इसमें शामिल नहीं करूंगी, लेकिन इंसानियत पर कभी चुप नहीं रहूंगी।
बिग बॉस की सबसे खास बात इसका ऑडियंस है। मैंने गूगल किया था और देखा कि दुनिया भर में कितने लोग इस शो को देखते हैं। यह देखकर मैं वाकई चौंक गई। इस शो के जरिए मैं दुनिया भर के लोगों तक पहुंच पाऊंगी। जब मैंने ‘स्वाभिमान’ किया था, लोग आज भी उसे याद करते हैं। शायद बिग बॉस भी वैसा ही इम्पैक्ट छोड़े। फेम कुछ वक्त के लिए हो, या लंबे वक्त के लिए, मुझे फर्क नहीं पड़ता। मेरी जिंदगी उस पर निर्भर नहीं है। लेकिन हां, मैं खुश हूं कि मेरा पुराना ऑडियंस मुझे फिर देखेगा और शायद कहेगा – कुनिका, फिल्मों या टीवी पर वापस आओ।
हां, मैंने सलमान खान को सपोर्ट किया क्योंकि मुझे लगा कि उन्हें गलत तरीके से टारगेट किया जा रहा है। उनकी स्टारडम और पर्सनैलिटी का बेहतर इस्तेमाल हो सकता था। लेकिन मेरी इस राय के लिए मुझे मौत की धमकियां तक मिलीं। लोगों ने खूब आलोचना की। लेकिन मुझे फर्क नहीं पड़ता। मैं आउटस्पोकन हूं और हमेशा अपनी बात कहती हूं। बिग बॉस में भी अगर किसी मुद्दे पर मुझे लगेगा कि मुझे बोलना चाहिए, तो मैं जरूर बोलूंगी। चाहे लोग मानें या न मानें।