मोहन भागवत से मिले शिवराज चौहान, भाजपा अध्यक्ष को लेकर कयासबाजी हुई तेज

नई दिल्ली { गहरी खोज }: लंबे समय से भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष पद पर नए चेहरे को लेकर रस्साकशी लगातार बरकरार है। कई नाम अब तक सामने आ चुके हैं। लेकिन कुछ पर पार्टी में एक प्रमुख वर्ग में स्वीकृति नहीं हुई तो कई नाम संघ की लिस्ट के अनुरूप नहीं पाए गए। ऐसे में अब संघ प्रमुख मोहन भागवत के साथ केंद्रीय मंत्री व मध्य प्रदेश के पूर्व सीएम शिवराज सिंह चौहान की बंद कमरे में मुलाकात के बाद कई तरह के राजनीतिक कयास लगने शुरु हो गए हैं।
शिवराज सिंह चौहान की संघ प्रमुख मोहन भागवत के साथ करीब 50 मिनट तक झंडेवालान स्थित संघ मुख्यालय केशवकुंज में मुलाकात हुई। इस दौरान क्या बातचीत हुई, यह स्पष्ट नहीं है। लेकिन जानकारों का कहना है कि कमरे से बाहर आने के बाद शिवराज सिंह चौहान काफी प्रसन्न थे और सभी मौजूद पदाधिकारियों व अन्य स्वयंसेवकों से गर्मजोशी से मिले। इसके पश्चात वे एयरपोर्ट के लिए रवाना हो गए।
इस मुलाकात को लेकर विभिन्न कयासों के बीच राजनीतिक गलियारे में यह चर्चा भी जोर पकड़ने लगी है कि संघ की तरफ से शिवराज सिंह चौहान के नाम पर सहमति बनी है और यही नाम भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष के रूप में भी उभरकर सामने आ सकता है। चर्चा है कि इस बार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जन्मदिवस 17 सितबर से पहले ही भाजपा अपने नए राष्ट्रीय अध्यक्ष का नाम तय कर उसकी घोषणा करे।माना जा रहा है कि 9 सितंबर को उप राष्ट्रपति के चुनाव के बाद यह घोषणा हो सकती है।
जानकारों मानना है कि संघ प्रमुख के साथ शिवराज चौहान की यह मुलाकात कोई संयोग नहीं है। लेकिन राष्ट्रीय अध्यक्ष के लिए शिवराज सिंह चौहान का नाम तय हो गया है, स्पष्ट रूप से यह कहना जल्दबाजी होगी। क्योंकि इससे पूर्व भी कई नाम इसी तरह से सामने आए हैं जिनमें शिवराज सिंह चौहान का नाम पहले भी सामने आ चुका है।
उनके अलावा केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान, भूपेंद्र यादव से लेकर दक्षिण भारत की राष्ट्रीय महिला मोर्चा में अध्यक्ष रह चुकी है पूर्व पदाधिकारी का नाम भी चर्चा में रहा है। यहां तक कि कभी प्रधानमंत्री के बेहद खास रहे व संघ की पृष्ठभूमि से जुड़े रहे संजय जोशी का नाम भी इसमें शामिल रहा है। ऐसे में संघ की जोधपुर में होने वाली समन्वय बैठक में भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष के नाम पर मुहर लगने की उम्मीद है। क्योंकि समन्वय बैठक में संघ के सभी वरिष्ठ पदाधिकारियों के साथ-साथ केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह एवं रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह तथा भाजपा के कई प्रमुख पदाधिकारी भी शामिल रहेंगे।
दरअसल भाजपा लगभग डेढ़ साल से अब तक अपना राष्ट्रीय अध्यक्ष नहीं चुन पाई है। इसके पीछे हो रही देरी के प्रमुख कारणों में संघ के साथ भाजपा नेतृत्व में समन्वय का अभाव भी माना जा रहा है। ऐसे में शिवराज सिंह चौहान की संघ प्रमुख मोहन भागवत के साथ हुई बैठक को भाजपा संगठन में बदलाव से जोड़ कर भी देखा जा सकता है।