विजयदशमी से संघ के शताब्दी वर्ष समारोह की होगी शुरुआत, काेविंद होंगे मुख्य अतिथि

नई दिल्ली{ गहरी खोज }: राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के लिए इस बार विजयदशमी और अधिक खास होगी। क्योंकि संघ इस बार विजयदशमी के साथ ही अपने शताब्दी वर्ष समारोह की शुरुआत करेगा। 2 अक्तूबर को इस बार नागपुर स्थित संघ मुख्यालय में आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत के साथ मुख्य अतिथि के रूप में पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद होंगे। शताब्दी समारोह कार्यक्रम नागपुर के रेशिमबाग मैदान में होगा।
आरएसएस ने शुक्रवार को सोशल मीडिया एक्स पर यह जानकारी साझा की। संघ की तरफ से बताया गया है कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की स्थापना के 100 वर्ष पूर्ण होने पर शताब्दी समारोह के अवसर पर विजयादशमी उत्सव दो अक्तूबर सुबह 7.40 बजे से आरंभ होगा।
नागपुर के रेशिमबाग संघ मुख्यालय में यह कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा। इस अवसर पर भारत के पूर्व राष्ट्रपति डॉ. रामनाथ कोविंद मुख्य अतिथि होंगे। आरएसएस ने बताया कि कार्यक्रम के दौरान संघ प्रमुख मोहन भागवत मौजूद रहेंगे और अपना मार्गदर्शन देंगे।
आरएसएस प्रमुख प्रत्येक वर्ष विजयदशमी के अवसर पर नागपुर के रेशिमबाग मैदान से संघ के स्वयंसेवकों को संबोधित करते हैं। पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी के बाद, रामनाथ कोविंद आरएसएस के कार्यक्रम में शामिल होने वाले दूसरे राष्ट्रपति होंगे।
प्रणब मुखर्जी संघ के विजयदशमी कार्यक्रम में 2018 में शामिल हुए थे। उस समय उनकी मौजूदगी पर कई तरह के राजनीतिक बयानबाजी भी जमकर हुई थी। दरअसल संघ की स्थापना 1925 में विजयदशमी के दिन ही हुई थी और तभी से प्रत्येक वर्ष आरएसएस हर साल इस अवसर पर सालाना मुख्य कार्यक्रम आयोजित करता रहा है।
इस वर्ष विजय दशमी का यह कार्यक्रम आरएसएस के इतिहास में सबसे अहम होगा। क्योंकि इसी दिन से संघ अपने 100 वें वर्ष के समारोह का आगाज करेगा। शताब्दी वर्ष समारोह 2026 विजयदशमी तक देश भर में मनाया जाएगा।