आईएसपीआर ने पाकिस्तान के फील्ड मार्शल असीम मुनीर के ‘पीटीआई से माफी’ की टिप्पणी को खारिज किया

रावलपिंडी{ गहरी खोज }: इंटर-सर्विसेज पब्लिक रिलेशंस (डीजी आईएसपीआर) के महानिदेशक लेफ्टिनेंट जनरल अहमद शरीफ चौधरी ने आज उन मीडिया रिपोर्टों को सिरे से खारिज कर दिया, जिनमें कहा गया था कि सेना प्रमुख (सीओएएस) फील्ड मार्शल असीम मुनीर ने ब्रुसेल्स में कुछ राजनीतिक टिप्पणियां की थीं। चौधरी ने एक कार्यक्रम में मीडिया से कहा, सेना प्रमुख ने ब्रुसेल्स में कोई राजनीतिक टिप्पणी नहीं की और न ही पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) के बारे में कोई टिप्पणी की।
लेफ्टिनेंट जनरल अहमद शरीफ चौधरी ने इस बात पर जोर दिया कि सीओएएस मुनीर ने कोई साक्षात्कार नहीं दिया। सैन्य प्रवक्ता ने स्पष्ट किया कि फील्ड मार्शल ने भी किसी माफी का उल्लेख नहीं किया। उनका यह स्पष्टीकरण पिछले सप्ताह की मीडिया रिपोर्टों के जवाब में आया है, जिनमें दावा किया गया था कि सेना प्रमुख ने कहा था कि राजनीतिक सुलह केवल सभी संबंधित पक्षों की सच्ची माफी से ही संभव है।
सेना के शीर्ष प्रवक्ता ने 09 मई के दंगों पर सेना के रुख को दोहराते हुए कहा कि घटना के पीछे के लोगों, सूत्रधारों और योजनाकारों को कानून के अनुसार जवाबदेह ठहराया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि यह दंगे पीटीआई के संस्थापक इमरान खान की गिरफ्तारी के बाद भड़के थे। भीड़ ने सैन्य और सरकारी प्रतिष्ठानों में तोड़फोड़ भी की थी।
लेफ्टिनेंट जनरल चौधरी ने कहा, 09 मई का मामला सिर्फ सेना का नहीं, बल्कि पूरे देश का है। जो व्यक्ति कोई गैरकानूनी काम करता है, उसे कानून और आपराधिक आरोपों का सामना करना पड़ेगा। आतंकवाद के मुद्दे पर चौधरी ने स्थायी शांति के लिए 2014 की राष्ट्रीय कार्य योजना के कार्यान्वयन की आवश्यकता पर बल दिया। पाकिस्तान में अवैध रूप से रह रहे लोगों के निष्कासन के मुद्दे पर सैन्य प्रवक्ता ने कहा, अगर हम अपराधों में शामिल अवैध अफगानों को निकाल देंगे, तो देश के कुछ राजनीतिक और आपराधिक लोगों को समस्या होने लगेगी।