जहां बुजुर्गों का सम्मान और सेवा होती है वह तीर्थ क्षेत्र होता है : जिला सत्र न्यायाधीश

दमोह{ गहरी खोज }: मध्य प्रदेश के दमोह जिले के बांदकपुर स्थित जागेश्वर नाथ की शरण में पहुंचकर नवागत प्रधान एवं जिला सत्र न्यायाधीश सुभाष सोलंकी ने गुरूवार काे पूजन अर्चन कर आशीर्वाद मांगा। वह कार्यभार ग्रहण करने के पूर्व बुंदेलखंड के सिद्ध तीर्थ क्षेत्र दमोह के बांदकपुर में स्थित स्वयंभू विशाल शिवलिंग जागेश्वर नाथ का पूजन अर्चन करने के लिए पहुंचे। जहां उन्होंने सनातन धर्म की मान्यताएं और परंपराओं के अनुसार शिव का अभिषेक किया और आशीर्वाद मांगा। इस अवसर पर उनके साथ विशेष न्यायाधीश उदय सिंह मरावी, विश्वनाथ शर्मा विशेष न्यायाधीश पॉक्सो,जितेन्द्र नारायण सिंह, चतुर्थ जिला न्यायाधीश पंकज शर्मा, अष्टम जिला न्यायाधीश,ज्ञानेंद्र कुमार शुक्ला व्यवहार न्यायाधीश वरिष्ठ खंड एवं सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, शम्भूनाथ ओझा एडमिनिस्ट्रेटिव ऑफिसर ने भी पूजन अर्चन किया।
वहीं दूसरी ओर नवागत प्रधान एवं जिला सत्र न्यायाधीश सुभाष सोलंकी वृद्ध आश्रम पहुंचे जहां उन्होंने वृद्ध आश्रम में रहने वाले सभी बुजुर्गों से आशीर्वाद लिया। उन्होंने सभी वृद्धो का पुष्प गुच्छ देकर सम्मान किया। उन्होंने इस अवसर पर कहा कि बुजुर्गों का सम्मान और सेवा हजारों तीर्थ के बराबर होती है। उन्होंने कहा कि डॉक्टर भगवान का रूप होते हैं। न्यायाधीश सोलंकी ने वृद्धो से संवाद किया तथा मीडिया से भी आग्रह किया कि वह समाज में सकारात्मक समाचारों को दिखाएं और पढ़ायें।
नवागत प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश सुभाष सोलंकी ने वृद्धाश्रम में रहने वाले वृद्धो से कहा आप लोगों ने जीवन में बहुत कुछ देखा है अब आपको आराम करने की आवश्यकता है और हम बच्चों को आपकी सेवा करने की आवश्यकता है । उन्होंने कहा कि आपके पास आशीर्वाद का बड़ा भंडार है आपसे निवेदन है कि सभी को आशीर्वाद प्रदान करते रहें। वृद्धाश्रम में वृद्धो का स्वास्थ्य परीक्षण भी किया गया। इस अवसर पर जिला स्वास्थ्य अधिकारी डा.रीता चटर्जी, सिविल सर्जन डॉ प्रहलाद पटेल एवं जिला विधिक सहायता अधिकारी रजनीश चौरसिया विशेष रूप से उपस्थित रहे।