गोवा विधानसभा अध्यक्ष रमेश तावडकर ने क्यों दिया इस्तीफा, क्या मंत्रिमंडल में मिलेगी जगह?

नई दिल्ली{ गहरी खोज }: गोवा के विधानसभा अध्यक्ष रमेश तावडकर ने मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत के नेतृत्व वाले मंत्रिमंडल में शामिल होने से पहले अपने पद से इस्तीफा दे दिया। कैनाकोना से विधायक तावडकर (57) ने सुबह विधानसभा परिसर में राज्य विधानमंडल सचिव नम्रता उलमान को अपना इस्तीफा सौंप दिया। उपसभापति जोशुआ डिसूजा के फिलहाल निजी यात्रा पर राज्य से बाहर होने के कारण तावडकर ने उलमान को इस्तीफा सौंपा।
तावडकर और पूर्व मुख्यमंत्री दिगंबर कामत को राजभवन में एक कार्यक्रम में राज्य मंत्रिमंडल में शामिल किया जाना है। तावडकर ने बताया, ‘‘मैं विधानसभा अध्यक्ष के रूप में अपने पांच साल पूरे करना चाहता था, लेकिन पार्टी (भाजपा) चाहती थी कि मैं पद छोड़ दूं और संगठन के लिए काम करूं। मुझे मंत्री पद लेने के लिए कहा गया। तावडकर ने कहा कि उन्होंने कुछ समय तक इस पर अनिच्छा जताई लेकिन उन्हें अपनी पार्टी की इच्छा के आगे झुकना पड़ा।
राज्य मंत्रिमंडल में आज फेरबदल होने की संभावना है, जिसके तहत इन दो नए मंत्रियों को शामिल किया जा सकता है। गोविंद गौड़े को 18 जून को मंत्रिमंडल से हटाए जाने के बाद एक मंत्री पद खाली है, जबकि एक अन्य मंत्री एलेक्सी सेक्वेरा ने निजी कारणों का हवाला देते हुए इस्तीफा दे दिया।
मुख्यमंत्री सावंत ने पुष्टि की थी कि तावडकर और कामत को मंत्री बनाया जाएगा। तावडकर ने कहा कि विधानसभा अध्यक्ष के पद पर रहते हुए भी उन्होंने अपना समय जनता के लिए समर्पित किया। तावडकर मार्च 2022 में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) द्वारा गोवा चुनाव जीतने के तुरंत बाद विधानसभा अध्यक्ष चुने गए। वह 2007 में विधानसभा के लिए चुने गए, इससे पहले उन्होंने भाजपा सरकारों में खेल, आदिवासी कल्याण और कृषि जैसे विभागों में मंत्री के रूप में कार्य किया।