रूस के खिलाफ यूक्रेन बना रहा ब्रह्मास्त्र, क्या पुतिन और जेलेंस्की में सीजफायर की नहीं बनी बात?

खार्किव{ गहरी खोज } : पिछले साल सितंबर में जब यूक्रेन ने रूस में आयुध डिपो पर हमला किया तो इससे दुश्मन के क्षेत्र में अंदर तक प्रहार करने के यूक्रेन के दृढ़ संकल्प और रक्षा उद्योग की ताकत का पता चला। यह क्षण विशेष रूप से उस महिला के लिए संतुष्टिदायक था जो इस मिशन को पूरा करने के लिए 1,000 किलोमीटर से अधिक की उड़ान भरने वाले ड्रोन के निर्माण के लिए जिम्मेदार थी। इसके बाद कई महीनों तक रूस के पास विनाशकारी ‘ग्लाइड बम’ हमले जारी रखने के साधन नहीं थे।
हालांकि हाल ही रूस ने महिला के गृह नगर खार्किव को निशाना बनाकर ऐसा हमला किया। फायर प्वाइंट में निर्माण इकाई की प्रमुख इरीना तेरेख ने कहा, “इस समय युद्ध के मैदान में हवाई हमले ही हमारा एकमात्र वास्तविक लाभ है। हमारे पास उनके जितने सैन्यकर्मी या धन नहीं है। तेरेख ने दर्जनों “डीप-स्ट्राइक ड्रोनों” का निरीक्षण करते हुए यह बात कही। इन ड्रोन का हाल ही में उत्पादन पूरा हुआ है। यूक्रेन की सेना जल्द ही इन ड्रोन का इस्तेमाल हथियार डिपो, तेल रिफाइनरियों और क्रेमलिन की युद्ध मशीनरी व अर्थव्यवस्था के लिए महत्वपूर्ण अन्य ठिकानों पर हमला करने के लिए करेगी।
रूस के खिलाफ अपने अस्तित्व की लड़ाई और पश्चिमी सहयोगियों से मिले सीमित सैन्य सहायता के बल पर, यूक्रेन तेजी से रक्षा नवाचार का एक वैश्विक केंद्र बन गया है। इसका लक्ष्य रूस की क्षमताओं की बराबरी करना है। फायर प्वाइंट इस दिशा में काम कर रहीं अग्रणी कंपनियों में से एक है। एसोसिएटेड प्रेस को फायर प्वाइंट के दर्जनों गुप्त कारखानों में से एक के अंदर की खास झलक देखने का मौका मिला। एक विशाल गोदाम में जोर-जोर से बज रहे रॉक संगीत के बीच अधिकारियों ने अपने खास एफपी-1 विस्फोटक ड्रोन दिखाए जो 1,600 किलोमीटर तक की दूरी तय कर सकते हैं।
उन्होंने पहली बार सार्वजनिक रूप से एक क्रूज मिसाइल का भी प्रचार किया, जिसे वे विकसित कर रहे हैं। यह क्रूज मिसाइल 3,000 किलोमीटर (1,864 मील) की दूरी तय करने में सक्षम है। यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की को उम्मीद है कि वर्ष के अंत तक इसका बड़े पैमाने पर उत्पादन किया जाएगा।
रूस के आक्रमण के बाद यूक्रेन की अधिकतर रक्षा कंपनियों की तरह, फायर प्वाइंट की भी जरूरत पड़ी। तेरेख को जब 2023 फायर प्वाइंट में नियुक्त किया गया तब उन्हें हर महीने 30 ड्रोन बनाने का लक्ष्य दिया गया था। अब कंपनी लगभग 100 ड्रोन प्रतिदिन बनाती है। हर ड्रोन की लागत 55,000 अमेरिकी डॉलर है।