सीसीटीवी फुटेज से खुला राज! रिक्शे से रेकी करने सीएम रेखा गुप्ता के आवास पहुंचा था हमलावर

नई दिल्ली{ गहरी खोज }: दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता पर हुआ कायराना हमला एक सुनियोजित साजिश का हिस्सा है। शालीमार बाग स्थित मुख्यमंत्री आवास से प्राप्त सीसीटीवी फुटेज से यह स्पष्ट हुआ है कि हमलावर ने इस हमले की तैयारी कम से कम 24 घंटे पहले से ही शुरू कर दी थी।
फुटेज में देखा गया है कि हमलावर ने मुख्यमंत्री आवास की रेकी की, वहां का वीडियो बनाया और साजिशन हमला करने का प्रयास किया। जबकि फुटेज में दिख रहा है कि आरोपी रिक्शे से सीएम आवास पहुंचता है जबकि रिक्शे से उतरने के बाद कुछ देर तक उसने रिक्शे वाले से बात की, फिर बैग पीठ पर रखकर वहां टहलने लगता है। इसके बाद उसने अपना मोबाइल फोन निकाला और किसी से फोन पर बात की। यह वीडियो पुलिस को सौंप दिया गया है और इस संबंध में गहन जांच जारी है।
वहीं सूत्रों ने बताया कि दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल मुख्यमंत्री पर हुए हमले की जांच कर रही है। आधिकारिक सूत्रों ने यह भी बताया कि आईबी और स्पेशल सेल की टीम आरोपी राजेश से पूछताछ कर रही है। पुलिस राजेश की 5 से 7 दिन की रिमांड मांगेगी। कल सुबह ही राजेश ट्रेन से यात्रा कर राजकोट से दिल्ली आया था। राजेश सिविल लाइन्स के गुजराती भवन में रुका था। फोन पर राजेश गुजरात में अपने दोस्त से बात कर रहा था कि वह शालीमार बाग स्थित सीएम हाउस पहुंच गया है। यह भी पता चला है कि आरोपी राजेश पहली बार दिल्ली आया है।
दिल्ली की सीएम को जेड कैटेगरी का सिक्योरिटी कवर मिलता है। इसके तहत मुख्यमंत्री की सुरक्षा में 22 से 25 जवान और कमांडो हर समय तैनात रहते हैं। सभी जवानों के पास एमपी-5 मशीन गन के अलावा ग्लॉक पिस्टल व 9 एमएम की पिस्टल होती हैं। यह सारे जवान मुख्यमंत्री को नजदीकी सुरक्षा सिक्योरिटी प्रदान करते हैं, बाकी जवानों की तैनाती एक्कॉर्ट ड्यूटी, पायलट कार, शैडो कमांडो, स्थायी पिकेट पर रहती है। 24 घंटे सीएम आवास के आसपास जवानों की घेराबंदी रहती है। इसके अलावा सीएम हाउस में हर आने-जाने वाले व्यक्ति की सघन तलाशी ली जाती है।
मुख्यमंत्री की सुरक्षा को सुनिश्चित करने के लिए उनको मल्टीलेयर सुरक्षा प्रदान की जाती है। पहला सुरक्षा घेरा इनर कोर्डन का होता है, इसमें दो से तीन जवान मुख्यमंत्री के नजदीक रहकर उनको सुरक्षा घेरा देते हैं। इनके पास हथियारों के अलावा वायरलैस सेट भी रहता है। दूसरा घेरा मिडिल कोर्डन का होता है। इसके तहत चार से छह जवान सीएम से थोड़ी दूर पर रहते हैं। इन जवानों का काम भीड़ को नियंत्रित करना होता है। इसके अलावा यह संदिग्ध लोगों पर नजर भी रखते हैं।
तीसरे घेरे में मुख्यमंत्री के लिए आउटर कोर्डन के तहत 13 कमांडो सुरक्षा में रहते हैं। इनका काम भीड़ नियंत्रण, ट्रैफिक कंट्रोल, एंट्री-एग्जिट को देखना होता है। मुख्यमंत्री का काफिला जब रास्ते में होता है तो लोकल पुलिस रास्ता साफ करवाती है। मुख्यमंत्री आवास के बाहर भी सुरक्षा का कड़ा पहरा रहता है। 24 घंटे पिकेट के अलावा यहां एक्सरे स्कैनर, मेटल डिटेक्टर, सीसीटीवी कैमरों से निगरानी के लिए पुलिस की टीम अलग तैनात रहती है। इसके अलावा पीसीआर की गाड़ी के अलावा लोकल पुलिस लगातार वहां पेट्रोलिंग करती रहती है।
सीएम रेखा गुप्ता पर हमला करने वाले आरोपी राजेश भाई खिमजी भाई सकरिया के खिलाफ राजकोट के भक्ति नगर थाने में 9 आपराधिक मामले दर्ज हैं। सभी मामले वर्ष 2017 से लेकर 2022 के बीच दर्ज हुए हैं। इनमें राजेश ने शराब पीकर झगड़ा, मारपीट और हंगामा किया है। इन मामले में वह कई बार जेल भी जा चुका है। कुछ मामलों में उसे बरी भी कर दिया गया है।
दिल्ली पुलिस ने राजकोट पुलिस से आरोपी का आपराधिक रिकॉर्ड मंगवाया है। परिजनों का कहना है कि राजेश रविवार को गुजरात से दिल्ली के लिए निकला। सोमवार को उसने परिजनों को दिल्ली पहुंचने की सूचना दी थी। दिल्ली पुलिस सूत्रों के मुताबिक, स्पेशल सेल आरोपी की कॉल डेटा रिकॉर्ड निकाल रही है ताकि पता लगाया जा सके कि आरोपी ने हमले से पहले किस किस से बात की थी और क्या बात की थी। पुलिस सूत्रों के मुताबिक अपुलिस आरोपी के सोशल मीडिया अकाउंट भी खंगाल रही है।
छानबीन के दौरान पुलिस को पता चला है कि राजेश परिवार के साथ राजकोट के अजीदम पुलिस थाना क्षेत्र के कोठरिया, गोकुल पार्क में रहता है। इसके परिवार में माता-पिता के अलावा एक भाई व पत्नी और दो बेटे हैं। राजेश के पिता, भाई और वह खुद रिक्शा चालक हैं। उसको शराब पीने की लत है। इसके अलावा हद से ज्यादा वह डॉग लवर है।
हालांकि आरोपी ने पुलिस की पूछताछ में दावा किया था कि वह जेल में बंद अपने किसी रिश्तेदार को छुड़ाने की अर्जी देने के लिए सीएम रेखा गुप्ता के पास आया था। पुलिस ने जब उसके दावों की पड़ताल की तो उसके किसी रिश्तेदार के जेल में होने का पता नहीं चला। अब उसने हमला क्यों किया इसकी पड़ताल की जा रही है।