पेट से जुड़ी इस समस्या में नहीं पीना चाहिए दूध, बढ़ सकती है दिक्कत, जान लीजिए क्या है वजह?

लाइफस्टाइल डेस्क { गहरी खोज }: दूध में पोषक तत्वों की अच्छी खासी मात्रा पाई जाती है। लेकिन जरूरी नहीं कि दूध हमेशा आपकी सेहत के लिए फायदेमंद साबित हो। कभी-कभी दूध पीने से आपकी सेहत पर नेगेटिव असर भी पड़ सकता है। अगर आपका पेट गड़बड़ है, तो आपको दूध पीने से बचना चाहिए वरना आपको लेने के देने भी पड़ सकते हैं। अगर आप अपनी तबीयत को बिगड़ने से बचाना चाहते हैं, तो आइए जानते हैं कि आपको कब-कब दूध नहीं पीना चाहिए।
कब्ज में दूध पीने से बचना चाहिए
क्या आपको अक्सर कब्ज की समस्या से जूझना पड़ता है? अगर हां, तो आपको सिर्फ दूध पीने से बचना चाहिए। खाली दूध पीने से आपकी ये समस्या बढ़ सकती है। अगर आप कब्ज से छुटकारा पाना चाहते हैं, तो आप दूध में चुटकी भर हल्दी या फिर थोड़ी सी दालचीनी मिलाकर पी सकते हैं। इस तरह से दूध का सेवन करके गैस और अपच जैसी समस्याओं से भी काफी हद तक राहत मिल सकती है।
एसिडिटी या फिर सीने में जलन
कभी-कभी दूध पीने की वजह से सीने में जलन या फिर एसिडिटी की समस्या पैदा हो सकती है। वहीं, अगर आपको पहले से ही एसिडिटी या फिर सीने में जलन महसूस हो रही है, तो आपको गर्मागर्म दूध पीने से बचना चाहिए वरना आपको लेने के देने भी पड़ सकते हैं। हालांकि, ठंडा दूध पीने से एसिडिटी के लक्षणों से छुटकारा भी मिल सकता है।
गौर करने वाली बात
लैक्टोज इंटॉलरेंस की समस्या से जूझ रहे लोगों को भी दूध या फिर दूसरे डेयरी प्रोडक्ट्स का सेवन करने से बचना चाहिए। दरअसल, लैक्टोज इंटॉलरेंट लोग अगर दूध पीते हैं, तो उन्हें मतली-उल्टी जैसी दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है। इसके अलावा लैक्टोज इंटॉलरेंस वाले लोगों को दूध पीने से पेट फूलना, गैस, दस्त और पेट दर्द भी हो सकता है। अगर आप इस तरह की समस्याओं से बचना चाहते हैं, तो आपको दूध को अपने डेली डाइट प्लान में शामिल नहीं करना चाहिए।