पूर्व न्यायाधीश सुदर्शन रेड्डी होंगे विपक्ष के उपराष्ट्रपति पद के उम्मीदवार

0
2025_8$largeimg19_Aug_2025_161930553

नयी दिल्ली{ गहरी खोज }: विपक्षी दलों के इंडिया गठबंधन ने उच्चतम न्यायालय के पूर्व न्यायाधीश बी. सुदर्शन रेड्डी को उपराष्ट्रपति पद के लिए अपना संयुक्त उम्मीदवार घाेषित किया है।
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने मंगलवार को अपने सरकारी आवास पर आयोजित संयुक्त संवाददाता सम्मेलन में उपराष्ट्रपति पद के लिए विपक्षी दलों के उम्मीदवार के रूप में श्री रेड्डी के नाम का एलान किया। इस दौरान राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के नेता शरद पवार, तृणमूल कांग्रेस के डेरेक ओ ब्रायन, द्रविड मुनेत्र कषगम की कनिमोझी तथा तिरुचि शिवा, शिव सेना (उद्धव) के अरविंद सावंत तथा संजय राउत, मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी के पी संदोष कुमार, कांग्रेस के के सुरेश, के सी वेणुगोपाल तथा प्रमोद तिवारी, आरएसपी के एन के प्रेमचंद्ररन, आईयूएमएल के ईटी मोहम्मद बशीर, समाजवादी पार्टी के धर्मेद्र यादव सहित कई नेता मौजूद थे।
बिहार में 1300 किमी की वोटर अधिकार यात्रा कर रहे कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने श्री रेड्डी को उम्मीदवार बनाए जाने का स्वागत करते हुए सोशल मीडिया एक्स पर लिखा, “मैं श्री बी. सुदर्शन रेड्डी गारू को भारत के उपराष्ट्रपति पद के लिए संयुक्त विपक्षी उम्मीदवार के रूप में नामित किए जाने पर हार्दिक बधाई देता हूँ। वह एक प्रतिष्ठित विधिवेत्ता और न्याय के प्रणेता हैं और लोगों के अधिकारों, समानता और हमारे लोकतंत्र की रक्षा की संविधान की भावना का प्रतिनिधित्व करते हैं । हम इस वैचारिक संघर्ष में एकजुट हैं और उन्हें शुभकामनाएँ देते हैं।”
श्री खरगे ने कहा कि श्री रेड्डी देश के प्रतिष्ठित न्यायविद् हैं और कई उच्च न्यायालयों में सेवाएं देने के बाद उन्होंने उच्चतम न्यायालय के न्यायाधीश भी रहे हैं। विपक्षी के दलों के नेताओं के साथ गहन विचार विमर्श के बाद श्री रेड्डी के नाम पर सबकी सहमति बनी है और उन्हें सर्वसम्मति से उम्मीदवार बनाया गया है।
उन्होंने कहा कि श्री रेड्डी अपने पूरे कार्यकाल में सामाजिक, आर्थिक और राजनीतिक न्याय के अडिग समर्थक रहे हैं। सत्ता पक्ष के उम्मीदवार सी पी राधाकृष्णन आरएसएस पृष्ठभूमि के हैं और विपक्ष को यह मंजूर नहीं है। इन सब स्थितियों में विपक्ष के उम्मीदवार को चुनाव मैदान में उतारने का निर्णय एक वैचारिक संघर्ष का परिणाम है। विपक्ष जिन मूल्यों के लिए लड़ रहा है उनकी हिफाजत के लिए श्री रेड्डी का नाम सर्वमान्य और सबसे उपयुक्त है।
कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि श्री रेड्डी उन मूल्यों को पूरी तरह से प्रतिबिंबित करते हैं जिन्होंने हमारे देश के स्वतंत्रता आंदोलन को आकार दिया, जिन मूल्यों पर देश का संविधान और लोकतंत्र टिका हुआ है। उन्होंने उपराष्ट्रपति पद के चुनाव को एक वैचारिक संघर्ष करार देते हुए कहा है कि श्री रेड्डी जीवनभर संविधान के मूल्यों को प्रतिविम्बित कर इन मूल्यों के लिए लड़ाई लड़ते रहे हैं।
श्री खरगे ने कहा कि उच्चतम न्यायालय के पूर्व न्यायाधीश रहे श्री रेड्डी देश के सबसे प्रतिष्ठित और प्रगतिशील न्यायविदों में से एक हैं। उनका लंबा कानूनी अनुभव रहा है, जिसमें आंध्र प्रदेश उच्च न्यायालय के न्यायाधीश, गुवाहाटी उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश और शीर्ष न्यायालय के न्यायाधीश के रूप में कार्य करना शामिल है। सामाजिक, आर्थिक और राजनीतिक न्याय के लिए लड़ने वाले श्री रेड्डी सबके लिए समान न्याय के समर्थक रहे हैं।
उन्होंने कहा कि देश के लोकतांत्रिक और संवैधानिक मूल्यों पर हमला किया जा रहा है और इंडिया गठबंधन इन हमलों का सख्ती से जवाब दे रहा है। विपक्षी दलों ने सत्ता पक्ष के इस हमले की चुनौती को स्वीकार किया है और इससे लड़ने तथा दृढता से इन चुनौतियों का मुकाबला करने का संकल्प लिया गया है और उसी संकल्प का प्रतिबिम्ब है कि श्री रेड्डी को विपक्षी दलों ने उपराष्ट्रपति पद का उम्मीदवार बनाया है।
उल्लेखनीय है कि आंध्र प्रदेश बार काउंसिल में अधिवक्ता के रूप में नामांकन के बाद अपना कानूनी करियर शुरू करने वाले श्री रेड्डी ने शुरुआत में आंध्र प्रदेश उच्च न्यायालय में दीवानी और रिट मामलों में वकालत की और 1988 से 1990 तक उच्च न्यायालय में सरकारी वकील रहे श्री रेड्डी केंद्र सरकार के अतिरिक्त स्थायी वकील के साथ ही उस्मानिया विश्वविद्यालय के कानूनी सलाहकार और स्थायी वकील भी रहे। वह मई, 1995 को आंध्र प्रदेश उच्च न्यायालय के स्थायी न्यायाधीश बने और फिर दिसंबर 2005 में गुवाहाटी उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश के रूप में पदोन्नत हुए। श्री रेड्डी जनवरी 2007 में उच्चतम न्यायालय के न्यायाधीश नियुक्त हुए और जुलाई 2011 को सेवानिवृत्त हुए।
श्री रेड्डी का मुकाबला राजग के उम्मीदवार सीपी राधाकृष्णन से होगा। श्री जगदीप धनखड़ के इस्तीफे के बाद, उपराष्ट्रपति पद खाली है। इसके लिए चुनाव 09 सितंबर को होना है और उसी दिन मतगणना होगी। नामांकन की अंतिम तिथि 21 अगस्त है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *