ओड़िशा में 8300 करोड़ रुपये की लागत से हरित राजमार्ग को केन्द्रीय मंत्रिमंडल की मंजूरी

नयी दिल्ली { गहरी खोज }: केन्द्रीय मंत्रिमंडल ने ओड़िशा में करीब साढे आठ हजार करोड़ रुपये की लागत से छह लेन के राजधानी क्षेत्र रिंग रोड (भुवनेश्वर बाईपास – 110.875 किमी) के निर्माण को मंगलवार को मंजूरी दे दी जिससे खोरधा, भुवनेश्वर और कटक जैसे शहरी क्षेत्रों में भीड़-भाड़ में कमी आयेगी।
सूचना और प्रसारण मंत्री अश्विनी वैष्णव ने यहां संवाददाता सम्मेलन में बताया कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की अध्यक्षता में आर्थिक मामलों की मंत्रिमंडलीय समिति की बैठक में इस आश्य के प्रस्ताव को मंजूरी दी गयी।
उन्होंने कहा कि इस कॉरिडोर को ग्रीनफील्ड राजमार्ग के रूप में विकसित करने का प्रस्ताव है और मिली-जुली व्यवस्था के तहत बनाये जाने वाले इस राजमार्ग के निर्माण पर 8307.74 करोड़ रुपये की लागत आयेगी। उन्होंने कहा कि इस परियोजना को ढाई वर्ष में पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है।
मौजूदा राष्ट्रीय राजमार्ग पर रामेश्वर से टांगी के बीच संपर्क मार्ग के खोरधा, भुवनेश्वर और कटक से होकर गुजरने से काफी भीड़ भाड़ रहती है। इन चुनौतियों का समाधान करने के लिए इस परियोजना को छह-लेन प्रवेश-नियंत्रित ग्रीनफील्ड राजमार्ग के रूप में विकसित करने का प्रस्ताव है। इससे इन शहरों में भारी वाणिज्यिक यातायात को बाईपास पर भेजने की व्यवस्था हो जायेगी। इससे माल ढुलाई की दक्षता बढ़ेगी, रसद लागत कम होगी और क्षेत्र में सामाजिक-आर्थिक विकास को गति मिलेगी।
यह बाईपास क्षेत्रीय आर्थिक विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा और प्रमुख धार्मिक तथा आर्थिक केंद्रों के बीच संपर्क को मजबूत करेगा। इससे व्यापार एवं औद्योगिक विकास तथा आसपास के क्षेत्रों में विकास, प्रगति और समृद्धि के नए रास्ते खुलेंगे।