आज है अजा एकादशी, हर किसी को करने चाहिए तुलसी से जुड़े ये 5 उपाय; घर दौड़ी चली आती हैं मां लक्ष्मी

धर्म { गहरी खोज } : एकादशी तिथि भगवान विष्णु को समर्पित माना गया है। यह दिन भगवान विष्णु की उपासना के लिए बेहद खास है। मान्यता है कि इस दिन भगवान विष्णु की पूजा और व्रत करने से जातक के पिछले जन्मों के पापों का भी नाश हो जाता है और उसे मृत्युपरांत बैकुंठ धाम की प्राप्ति होती है। एक साल में 24 एकादशी और माह में 2 एकादशी आती है, इनमें से भाद्रपद माह के कृष्ण पक्ष की एकादशी को अजा एकादशी के नाम से जाना जाता है।
इस दिन जातक भगवान विष्णु और मां लक्ष्मी की पूजा करता है। माना जाता है कि भगवान विष्णु की पूजा, भजन-कीर्तन और कथा श्रवण से मन को शुद्धि और शांति मिलती है। अजा एकादसी व्रत से न केवल पापों का नाश होता है बल्कि मां लक्ष्मी भक्त के घर स्वंय वास करती हैं। इसके अलावा पौराणिक मान्यता है कि आज के दिन जातकों को तुलसी से जुड़े कुछ उपाय जरूर करने चाहिए, इससे भगवान विष्णु तो प्रसन्न होते ही हैं, साथ ही मां तुलसी और मां लक्ष्मी दोनों की कृपा प्राप्त होती है।
कौन-कौन से करने चाहिए उपाय?
जल अर्पित करना
अजा एकादशी के दिन सुबह स्नान करके साफ कपड़े धारण कर जातकों को तुलसी के पौधे को गंगाजल अर्पित करना चाहिए। मान्यता है कि इससे घर में सुख-शांति बनी रहती है और परिवार के सदस्यों में भी सद्भाव बना रहता है।
भगवान विष्णु के भोग में तुलसी दल
पूजा के दौरान भगवान विष्णु को भोग लगाएं और उसमें तुलसी दल जरूर शामिल करें। भगवान विष्णु इससे अति प्रसन्न होते हैं और जातक के सभी पापों का नाश करते हैं।
तुलसी मंत्र का जप
पूजा के दौरान जातक को तुलसी के नीचे बैठकर ‘ॐ नमो भगवते वासुदेवाय’ और ‘ॐ नमो नारायणाय’ मंत्र का जप करना चाहिए। यह मंत्र भक्तजन के घरों में सुख-समृद्धि लाता है।
तुलसी की माला
पूजा के दौरान अगर हो सके तो गले में तुलसी की माला जरूर डालें। माना जाता है कि कंठ छू रहे तुलसी की माला के साथ भगवान विष्णु की उपासना से पुण्य फलों की प्राप्ति होती है।
दीप जलाना
शाम के समय तुलसी के पौध के नीचे गाय के घी का दीया जरूर जलाएं। इस उपाय के करने से घर की निगेटिव एनर्जी दूर होती है और घर में मां लक्ष्मी के साथ-साथ शुभता का आगमन होता है।