इन आयुर्वेदिक जड़ी-बूटियों में छिपा है लिवर को डिटॉक्स करने वाली महंगी दवाइयों का तोड़, जानें कब और कैसे करें इस्तेमाल?

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लाइफस्टाइल डेस्क { गहरी खोज }: आजकल ऑनलाइन हर मर्ज के लिए दवाइयां मौजूद हैं। आपको ऑन लाइन लिवर को डिटॉक्स करने वाले ऐसे कई सप्लीमेंट्स मिल जाएंगे जिनकी कीमत हज़ारों में हैं। अपने आप को सेहतमंद रखने के लिए लोग इन महंगे सप्लीमेंट्स और डिटॉक्सिफाइंग जूस का इस्तेमाल भी खूब जमकर करते हैं। लेकिन, हमारे आयुर्वेद में ऐसी कई जड़ी-बूटियां मौजूद हैं जो शरीर को अच्छी तरह से डिटॉक्स करती हैं।

ऐसे में ज़रूरी नहीं है कि लिवर को डिटॉक्स करने के लिए आप हज़ारों रुपए खर्च करें। क्योंकि इन सप्लीमेंट्स में भी इन हर्ब्स का ही इस्तेमाल किया जाता है। ये जड़ी-बूटियां लिवर के स्वास्थ्य को सुधारने और उसके कार्यों को बेहतर बनाने में मदद करती हैं। तो चलिए जानते हैं लिवर डिटॉक्स के लिए किन जड़ी बूटियों का इस्तेमाल करना चाहिए?

लिवर डिटॉक्स के लिए इन जड़ी बूटियों का करें इस्तेमाल:
भूमि आंवला: भूमि आंवला एंटीऑक्सीडेंट और एंटीवायरल गुणों के कारण लिवर संबंधी विकारों को नियंत्रित करने में मदद करता है। यह लिवर की कोशिकाओं को स्वस्थ रखता है और उन्हें नुकसान से बचाता है। यह पाचन को बेहतर बनाने और शरीर से विषाक्त पदार्थों को बाहर निकालने में भी मदद करता है।

कुटकी: आयुर्वेद में कुटकी को लिवर के लिए सबसे अच्छी जड़ी-बूटियों में से एक माना जाता है। यह एक बारहमासी जड़ी बूटी है जो भारत के हिमालयी क्षेत्र में उगती है। यह शरीर से विषाक्त पदार्थों को खत्म करने और हेल्दी लिवर कोशिकाओं को बढ़ाने में फायदेमंद है। कुटकी पाउडर को शहद या गुनगुने पानी के साथ लिया जा सकता है।

कच्ची हल्दी: कच्ची हल्दी में मौजूद करक्यूमिन, अपने एंटी-इंफ्लेमेटरी और एंटीऑक्सीडेंट गुणों के कारण लीवर डिटॉक्स में सहायक माना जाता है। यह लीवर की सूजन को कम करने, ऑक्सीडेटिव तनाव से बचाने और विषाक्त पदार्थों को बाहर निकालने में सहायता करता है। सुबह खाली पेट आधे चम्मच हल्दी को एक गिलास गुनगुने पानी में मिलाकर पिएं।

एलोवेरा: एलोवेरा सूजनरोधी, एंटीऑक्सीडेंट और विषहरण गुणों के कारण लीवर को डिटॉक्स करने के लिए फायदेमंद है। हेल्दी लिवर के साथ यह पाचन में सुधार, रक्त शर्करा को नियंत्रित करने और समग्र लीवर कार्य में सहायता कर सकता है।

कालमेघ: कालमेघ एक ऐसी जड़ी बूटी है जो लिवर, पित्ताशय और आंतों की देखभाल में मदद करती है। अपने कड़वे स्वाद के कारण, यह रक्त शुद्ध करने में मदद कर सकता है और इसका उपयोग मुख्य रूप से लिवर संबंधी समस्याओं को दूर करने के लिए किया जाता है।

कैसे करें इन जड़ी-बूटियों का इस्तेमाल?
लिवर को डिटॉक्स करने का सबसे अच्छा समय सुबह खाली पेट होता है। ऐसे में आप इन जड़ी बूटियों का इस्तेमाल हमेशा सुबह खाली पेट गुनगुने पानी के साथ करें। इन जड़ी-बूटियों से आपको तभी फायदा होगा जब आप इनक नियमित रूप से सेवन करेंगे। हालांकि, किसी भी नई जड़ी-बूटी का सेवन शुरू करने से पहले, इसकी कम मात्रा से शुरू करें।

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