महाराष्ट्र के नांदेड़ जिले में मूसलाधार बारिश से आई बाढ़ में 225 नागरिक फंसे

-भारतीय नौसेना और एनडीआरएफ की टीम तैनात
मुंबई{ गहरी खोज }: महाराष्ट्र के नांदेड़ जिले के मुखेड़ तहसील में सोमवार को मूसलाधार बारिश के कारण लेंडी बांध का जलस्तर बढ़ जाने और लातूर, उदगीर तथा कर्नाटक से भी भारी मात्रा में पानी आने बाढ़ आ गई है। इससे रावणगांव में 225 नागरिक बाढ़ के पानी में फंसे हुए हैं। इन सबको सुरक्षित बाहर निकालने के लिए भारतीय नौसेना और एनडीआरएफ की टीम के साथ जिला प्रशासन की टीम राहत और बचाव कार्य कर रही है।
मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने सोमवार को मंत्रालय में स्थित आपातकालीन विभाग में राज्य में बारिश और बाढ़ की स्थिति का जायजा लिया। इसके बाद पत्रकारों को बताया कि नांदेड़ में पिछले २४ घंटों में लगभग 206 मिमी बारिश हुई है। इसके साथ ही अन्य जिलों के साथ कर्नाटक का पानी भी यहां आया है। जिससे रावनगांव, भसवाड़ी, भिंगेली, हसनाल में बाढ़ आ गई है और सामान्य जनजीवन प्रभावित हुआ है।
मुख्यमंत्री ने बताया कि रावणगांव में 225 नागरिक बाढ़ के पानी में फंसे हुए हैं। जिनमें से सबसे अधिक प्रभावित स्थानों से नागरिकों को निकाल लिया गया है। शेष नागरिकों को सुरक्षित स्थान पर पहुँचाने के प्रयास जारी है। हसनाल में 8 नागरिकों को निकाला गया है। भसवाड़ी में 20 नागरिक फंसे हुए हैं, वे सुरक्षित हैं। भिंगेली में 40 नागरिक फंसे हुए हैं, वे सुरक्षित हैं। 5 नागरिक लापता हैं, उनकी तलाश की जा रही है। वह स्वयं नांदेड़ जिला कलेक्टर के लगातार संपर्क में हूँ, और नांदेड़, लातूर और बीदर तीनों जिला कलेक्टर एक-दूसरे के संपर्क में हैं और बचाव कार्य कर रहे हैं। एनडीआरएफ की एक टीम, सेना की एक टीम और पुलिस की एक टीम बचाव अभियान का समन्वय कर रही है। छत्रपति संभाजीनगर से सेना की एक टुकड़ी भी भेजी गई है। स्थानीय प्रशासन को प्रभावित क्षेत्रों में रहकर समन्वय करने के लिए कहा गया है।
स्थानीय सूत्रों ने सोमवार को बताया कि नांदेड़ के देगलुर मुकराबाद मार्ग ने तालाब का रूप ले लिया है। सडक़ पर खड़ी कारें और वाहन पानी में डूब गए हैं। रस्सियों की मदद से वाहनों को बाढ़ के पानी से बाहर निकालने का प्रयास जारी है। लेंडी बांध के बैकवाटर के कारण स्थिति गंभीर हो गई है। मुखेड़ तहसील के पांच से छह गाँव बाढ़ में डूब गए हैं। भारी बारिश के कारण कई जानवरों की मौत हो गई है, कृषि फसलों को भारी नुकसान हुआ है। लगभग 40 से 50 भैंसों की मौत हो गई है।
उन्होंने बताया कि तमसा से हिमायतनगर राजमार्ग पर आष्टी गाँव के पास कुछ महीने पहले बड़े पुल के बगल में एक छोटा पुल बनाया गया था। तीन दिनों से हो रही भारी बारिश के कारण यह पुल दो दिन पहले ढह गया। इसके कारण राजमार्ग पर जाते समय एक दोपहिया वाहन दुर्घटनाग्रस्त हो गया। दुर्घटना में एक महिला गंभीर रूप से घायल हो गई, और उसके साथ मौजूद बच्चा भी घायल हो गया। गंभीर रूप से घायल महिला का आष्टी के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में प्राथमिक उपचार किया गया और आगे के इलाज के लिए उसे नांदेड़ स्थानांतरित कर दिया गया।