गुजरात केन्द्रीय विश्वविद्यालय के नवीन परिसर में हर्षोल्लास से मनाया गया 79वां स्वतंत्रता दिवस

गांधीनगर{ गहरी खोज }: गुजरात केन्द्रीय विश्वविद्यालय के वडोदरा के नवीन परिसर में 79वां स्वतंत्रता दिवस बड़े धूमधाम से मनाया गया। स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर विश्वविद्यालय में विद्यार्थियों ने देशभक्ति और लोकगीतों पर प्रस्तुतियां दीं।
इस दौरान स्वतंत्रता दिवस की शुभकामनाएं प्रेषित करते हुए कुलपति प्रो. रमाशंकर दूबे ने कहा कि देश को आजादी दिलाने में अमर शहीदों का बलिदान कभी भुलाया नहीं जा सकता। उन्होंने कहा कि गुजरात की यह धरती राष्ट्रपिता महात्मा गांधी और लौहपुरुष सरदार पटेल की धरती है। उन्होंने कहा कि देश की रियासतों को एकीकृत करने वाले सरदार पटेल ने ‘एक भारत-श्रेष्ठ भारत’ के स्वप्न को पूरा करने का काम किया। इस अवसर पर उन्होंने देश के लिए सर्वस्व न्यौछावर करने वाले अमर शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित की।
उन्होंने मंगल पांडे, झांसी की रानी लक्ष्मीबाई, वीर कुंवर सिंह, भगत सिंह, राजगुरु, सुखदेव, चन्द्रशेखर आजाद और रामप्रसाद बिस्मिल जैसे वीर नायकों को याद किया। देश को अपने रक्त से सिंचित कर आजादी दिलाने वाले प्रत्येक भारतीय को नमन करते हुए उन्होंने राष्ट्रप्रेम के महत्व को रेखांकित किया। उन्होंने कहा कि भारतवर्ष अनादिकाल से ही एक आध्यात्मिक संस्कृति की धरा रहा है, जो शील और संस्कारों से परिपूर्ण है। उन्होंने कवि भूषण द्वारा रचित बावन (52) छन्दों के काव्य में छत्रपति शिवाजी महाराज के शौर्य और पराक्रम के ओजपूर्ण वर्णन को भी रेखांकित किया। उन्होंने बताया कि किस प्रकार वीर शिवाजी ने धर्म और राष्ट्र की रक्षा की। विश्वविद्यालय के छात्र-छात्राओं ने देशभक्ति गीतों पर रंगारंग प्रस्तुतियां दीं। प्रस्तुतियों में देश के विभिन्न अंचलों की संस्कृति और परम्पराओं की झलक देखने को मिली।