बांग्लादेश में मानवाधिकारों की स्थिति स्थिर लेकिन चिंताजनक: अमेरिकी विदेश

ढाका{ गहरी खोज }: अमेरिकी विदेश विभाग की ‘बांग्लादेश पर ताज़ा मानवाधिकार रिपोर्ट’ में देश में मानवाधिकारों की स्थिति को स्थिर किन्तु चिंताजनक करार दिया है और कहा है कि पत्रकारों के खिलाफ हिंसा और धमकियां देने, गैरकानूनी गिरफ्तारियां, अनुचित मुकदमे और सेंसरशिप, श्रमिक अधिकारों के उल्लंघन और मजदूर नेताओं के दमन और बाल श्रम जैसी बुराइयां बेरोकटोक जारी हैं।
मानवाधिकार रिपोर्ट में कहा गया है कि पिछले साल जुलाई-अगस्त में हुए विद्रोह के बाद बांग्लादेश में मानवाधिकार की स्थिति स्थिर हो गई है, हालांकि चिंताएं बरकरार हैं। यह जरूर है कि अंतरिम सरकार ने संयुक्त राष्ट्र के साथ मिलकर काम किया। साथ ही अपराधियों को जवाबदेह ठहराने के लिए सामान्य न्याय प्रणाली और देश के अंतरराष्ट्रीय अपराध न्यायाधिकरण का इस्तेमाल किया।
बांग्लादेश के अखबार ‘द डेली स्टार’ ने आज अपनी वेबसाइट पर अमेरिका के विदेश विभाग की यह रिपोर्ट प्रसारित की है। इसमें यह भी जिक्र है कि पिछले वर्ष जुलाई-अगस्त में बड़े पैमाने पर छात्र विरोध प्रदर्शनों, पुलिस और अवामी लीग पार्टी की युवा शाखाओं के साथ झड़पों में सैकड़ों लोगों की मौत हो गई। इस दौरान 05 अगस्त को पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना देश छोड़कर भाग गईं। 08 अगस्त को राष्ट्रपति ने नोबेल पुरस्कार विजेता मोहम्मद यूनुस के नेतृत्व में ‘मुख्य सलाहकार’ (प्रधानमंत्री के समकक्ष) की भूमिका में एक अंतरिम सरकार को शपथ दिलाई।
रिपोर्ट में कहा गया है, पिछले साल अगस्त में कुछ घटनाओं के बाद देश में मानवाधिकारों की स्थिति स्थिर होने के बावजूद कुछ चिंताएं बनी हुईं हैं। इनमें मानवाधिकारों के उल्लंघन की घटनाएं अहम हैं। इन उल्लंघनों में मुख्यतः पिछली सरकार के कार्यकाल में मनमानी या गैरकानूनी हत्याओं, जबरन गायब किए जाने, यातना, मनमाने ढंग से हिरासत में लिए जाने और अंतरराष्ट्रीय दमन की घटनाएं शामिल हैंं।
अमेरिकी रिपोर्ट में अभिव्यक्ति और मीडिया की स्वतंत्रता पर गंभीर प्रतिबंधों का भी हवाला दिया गया है। रिपोर्ट में पत्रकारों के खिलाफ हिंसा और धमकियां देने के साथ अनुचित गिरफ्तारियां, मुकदमे और सेंसरशिप, श्रमिक संघ बनाने पर प्रतिबंध, श्रमिक संघ कार्यकर्ताओं के खिलाफ हिंसा और बाल श्रम के बेरोकटोक एवं खुल्लमखुल्ला जारी रहने का भी उल्लेख किया गया है।
रिपोर्ट में अमेरिकी विदेश विभाग ने कहा कि अवामी लीग प्रशासन के तहत दुर्व्यवहारों के लिए व्यापक दंड से मुक्ति की कई रिपोर्टें थीं, जिसने जिम्मेदार अधिकारियों या सुरक्षा बल के सदस्यों की पहचान करने और उन्हें दंडित करने के लिए शायद ही कभी विश्वसनीय कदम उठाए।
रिपोर्ट में कहा गया, पिछली सरकार के पतन के बाद अंतरिम सरकार ने मानवाधिकारों के हनन के आरोप में पिछले प्रशासन के सदस्यों को गिरफ्तार किया। मानवाधिकार संगठनों और मीडिया की विश्वसनीय रिपोर्टों में जुलाई-अगस्त की अशांति के दौरान अवामी लीग की छात्र शाखा, बांग्लादेश छात्र लीग के किए गए गंभीर दुर्व्यवहारों का दस्तावेजीकरण किया गया है।