हैंडबॉल खिलाड़ी नैना यादव ने रचा इतिहास, बनीं यूथ और जूनियर इंडिया टीम में खेलने वाली पहली खिलाड़ी

- ताशकंद में 20 से 29 अगस्त तक खेली जाएगी एशियन जूनियर हैंडबॉल चैंपियनशिप
वाराणसी{ गहरी खोज }: उत्तर प्रदेश की धार्मिक नगरी वाराणसी की प्रतिभाशाली हैंडबॉल खिलाड़ी नैना यादव ने नया इतिहास रच दिया है। परमानंदपुर स्थित विकास इंटर कॉलेज की कक्षा 11 की छात्रा नैना, जिले की पहली ऐसी खिलाड़ी बन गई हैं जिन्होंने यूथ और जूनियर दोनों भारतीय महिला हैंडबॉल टीमों का प्रतिनिधित्व करने का गौरव प्राप्त किया है। यह जानकारी बुधवार काे काॅलेज के प्रधानाचार्य डाॅ ए के सिंह और नैना की काेच डाॅ आशा सिंह ने दी।
नैना अब 20 से 29 अगस्त तक उज़्बेकिस्तान की राजधानी ताशकंद में आयोजित होने वाली 18वीं एशियन जूनियर विमेन हैंडबॉल चैंपियनशिप में भारतीय टीम का हिस्सा होंगी। इससे पहले उन्होंने हाल ही में चीन में 18 से 26 जुलाई तक आयोजित 11वीं एशियन यूथ विमेन हैंडबॉल चैंपियनशिप में देश का प्रतिनिधित्व किया था, जहां उनके शानदार प्रदर्शन के लिए उन्हें ‘मोस्ट वैल्यूबल प्लेयर’ घोषित किया गया।
वाराणसी के भवानीपुर, शिवपुर की रहने वाली नैना एक बेहद साधारण परिवार से ताल्लुक रखती हैं। उनके पिता रामजी यादव एक राजगीर मिस्त्री हैं, जबकि माता इंदु देवी एक गृहिणी हैं। सीमित संसाधनों के बावजूद नैना की लगन और मेहनत ने उन्हें अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भारत का प्रतिनिधित्व करने वाला सितारा बना दिया है। नैना की इस उपलब्धि पर न सिर्फ उनके परिवार में, बल्कि उनके पैतृक गांव और जिलेभर में खुशी और गर्व का माहौल है। खेल जगत से जुड़े लोगों और स्थानीय नागरिकों ने भी नैना को उनकी सफलता पर शुभकामनाएं दी हैं।