शहीद दिवस पर 6 शहीदों को दी गई श्रद्धांजलि

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औरैया{ गहरी खोज }: जनपद में 12 अगस्त 1942 को भारत छोड़ो आंदोलन के दौरान तहसील भवन में तिरंगा फहराने के प्रयास में अंग्रेजों की गोलियों से शहीद हुए औरैया के 6 वीर सपूतों को शहीद दिवस पर श्रद्धांजलि अर्पित की गई। इस अवसर पर जिला कांग्रेस की ओर से दोपहिया वाहन जुलूस निकाला गया, स्वाधीनता संग्राम सेनानियों की प्रतिमाओं पर माल्यार्पण किया गया और शहीद स्मारक समिति के नेतृत्व में श्री संकट मोचन धर्मशाला से पदयात्रा कर तहसील भवन व शहीद पार्क में श्रद्धांजलि दी गई।
जुलूस श्री संकट मोचन धर्मशाला से शुरू होकर तहसील परिसर स्थित शहीद स्मारक पहुंचा, जहां शहीदों को नमन किया गया। इसके बाद शहीद पार्क में महात्मा गांधी, भारत माता व मुकुन्दीलाल गुप्ता की प्रतिमाओं पर माल्यार्पण किया गया। कार्यक्रम में प्रदेश कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष व पूर्व सांसद बृजलाल खाबरी ने कहा कि महात्मा गांधी के नेतृत्व में देशवासियों के त्याग और बलिदान से 15 अगस्त 1947 को आजादी मिली। आज आजादी, लोकतंत्र, संविधान, एकता और अखंडता की रक्षा हर नागरिक का कर्तव्य है। कांग्रेस जिलाध्यक्ष सरिता दोहरे ने औरैया के शहीदों के इतिहास पर प्रकाश डाला। सभा को शहीद स्मारक समिति के आनंद कुशवाहा, वरिष्ठ नेता श्रीधर पांडे, मखलू पांडे, अमजद हसन सहित अन्य ने संबोधित किया। इस मौके पर सैकड़ों नागरिक मौजूद रहे। इससे पूर्व कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने नगर कार्यालय से जुलूस निकालकर सुभाष चौक स्थित नेताजी सुभाष चंद्र बोस, मुंसिफ चौराहा स्थित पंडित गेंदालाल दीक्षित और नारायनपुर स्थित छन्नूलाल सक्सेना की प्रतिमाओं पर माल्यार्पण कर श्रद्धांजलि अर्पित की।
गाैरतलब है कि 1942 का भारत छोड़ो आंदोलन महात्मा गांधी के आह्वान पर शुरू हुआ था, जिसमें अंग्रेजों से तुरंत भारत छोड़ने की मांग की गई। इस दौरान औरैया में स्वतंत्रता सेनानियों ने तहसील भवन पर तिरंगा फहराने का प्रयास किया, जिस पर अंग्रेज पुलिस ने गोलियां चला दीं और 6 स्थानीय क्रांतिकारी शहीद हो गए थे।

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