सुरजेवाला ने ‘वोट चोरी’ मुद्दे पर निर्वाचन आयोग की आलोचना की

चंडीगढ़{ गहरी खोज }: कांग्रेस नेता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने निर्वाचन आयोग पर निशाना साधते हुए आरोप लगाया है कि वह “मतदाता सूची में बड़े पैमाने पर हेराफेरी” के सबूत मिलने पर ‘‘बहानेबाजी कर मतदाता धोखाधड़ी’’ को छुपा रहा है। उनकी यह प्रतिक्रिया उस समय आई जब हरियाणा के मुख्य निर्वाचन अधिकारी (सीईओ) ने शनिवार को कांग्रेस नेता राहुल गांधी से 2024 के राज्य विधानसभा चुनावों में मतदाता सूची में गड़बड़ियों के उनके दावों के समर्थन में 10 दिनों के भीतर दस्तावेज उपलब्ध कराने को कहा। लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने सात अगस्त को दावा किया था कि हरियाणा चुनावों में कांग्रेस के लिए जीत और हार का अंतर पूरे राज्य में कुल 22,779 वोटों का था।
सुरजेवाला ने राहुल को भेजे गए निर्वाचन आयोग के पत्र को ‘एक्स’ पर साझा करते हुए लिखा, ‘‘मतदाता सूची में बड़े पैमाने पर हेराफेरी के सबूत मिलने पर चुनाव आयोग बहानेबाज़ी, बचकाने कानूनी तर्क और झूठी तकनीकी दलीलों के जरिए ‘मतदाता धोखाधड़ी’ को छिपाने की कोशिश कर रहा है। इसमें कोई आश्चर्य नहीं कि अब इसका नाम ‘इलेक्शन कैप्चर ऑफ इंडिया’ (ईसीआई) पड़ गया है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘मतों की चोरी के मुद्दे पर निर्वाचन आयोग का दुर्भावनापूर्ण टालमटोल और तथ्य छुपाना इस बात को साबित करता है कि वह सच से डरता है।’’ सुरजेवाला ने कहा, ‘‘न तो चुनाव आयोग और न ही भाजपा ने यह कहा है कि राहुल जी का मतों की चोरी का दावा गलत है।’’ सुरजेवाला ने कहा, ‘‘चुनाव आयोग केवल चुनावी कागजी काम करने वाला सुस्त क्लर्क नहीं है। यह समान अवसर, स्वतंत्र एवं निष्पक्ष चुनावों का संवैधानिक संरक्षक है, जो लोकतंत्र की जीवनरेखा है।’’
हरियाणा के सीईओ द्वारा रविवार को गांधी को भेजे गए पत्र में कहा गया है, ‘‘यह आपका ध्यान नौ अगस्त, 2025 के कार्यालय पत्र की ओर आकर्षित करने के लिए है। इसमें सात अगस्त, 2025 को आयोजित संवाददाता सम्मेलन के दौरान आपके द्वारा दिए गए बयानों का उल्लेख किया गया है, जो हरियाणा की मतदाता सूची में कथित रूप से अयोग्य मतदाताओं को शामिल करने और योग्य मतदाताओं को बाहर करने से संबंधित है।’’