मानसून सत्र राज्य के विकास की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम होगा: योगी

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लखनऊ{ गहरी खोज }: उत्तर प्रदेश विधानमंडल में मानसून सत्र की शुरुआत से पहले मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सोमवार को कहा कि यह सत्र स्वतंत्रता के अमृत काल के तीसरे वर्ष में होने के साथ-साथ राज्य के विकास की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम होगा। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने विधानमंडल की कार्यवाही में भाग लेने वाले सभी सदस्यों का स्वागत किया। विधानमंडल के मानसून सत्र की शुरुआत से पहले वह संवाददाताओं से बातचीत कर रहे थे। उन्होंने सत्र की महत्ता, सरकार की योजनाओं और विकसित उत्तर प्रदेश के दृष्टिकोण को रेखांकित करते हुए कहा, ‘‘सत्र स्वतंत्रता के अमृत काल के तीसरे वर्ष में होने के साथ-साथ राज्य के विकास की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम होगा।’’ मुख्यमंत्री ने कहा कि इस बार का मानसून सत्र काफी महत्वपूर्ण है, क्योंकि इसमें सरकार अगले 25 वर्षों की कार्ययोजना को सदन के पटल पर रखेगी। उन्होंने कहा, ‘‘प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की प्रेरणा से आत्मनिर्भर भारत और विकसित भारत के संकल्प को साकार करने के लिए उत्तर प्रदेश सरकार ‘विकसित उत्तर प्रदेश’ का दृष्टिकोण लेकर आगे बढ़ रही है। इसको नीति आयोग और विशेषज्ञों के सहयोग से तैयार किया गया है, जिसमें समाज के हर वर्ग की सहभागिता सुनिश्चित की जाएगी।’’ मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘आगामी 13 और 14 अगस्त को 24 घंटे इस दृष्टिकोण पर सदन में चर्चा होगी। सर्वदलीय बैठक में सभी नेताओं के बीच इस पर सहमति बनी है।’’ उन्होंने कहा कि यह चर्चा न केवल विधानसभा और विधान परिषद में होगी, बल्कि आम जनता की राय भी इसमें शामिल की जाएगी।
योगी ने कहा, ‘‘2047 तक जब भारत एक विकसित राष्ट्र बनेगा, तब उत्तर प्रदेश भी ‘विकसित उत्तर प्रदेश’ के रूप में तैयार होगा।’’ उन्होंने बताया, ‘‘प्रश्नकाल में जनप्रतिनिधि जनहित से जुड़े सवाल उठाएंगे, जबकि शून्यकाल में महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा होगी। सरकार सभी सवालों का जवाब देने के लिए पूरी तरह तैयार है।’’ मुख्यमंत्री ने सभी दलों से सार्थक और रचनात्मक चर्चा की अपील की, ताकि समय का सदुपयोग हो और नकारात्मकता से बचा जा सके।
उन्होंने कहा, ‘‘हम सदन में चर्चा के लिए आने वाले सभी प्रस्तावों का स्वागत करेंगे। युवाओं के हित, उत्तर प्रदेश के विकास और जनता की आकांक्षाओं को पूरा करने के लिए हम प्रतिबद्ध हैं। अनावश्यक व्यवधान उत्पन्न करने वालों को जनता स्वयं जवाब देगी।’’
मुख्यमंत्री ने बताया, ‘‘मानसून सत्र में बाढ़ और जलजमाव जैसे मुद्दों पर चर्चा होगी। इसके अलावा, स्वास्थ्य, शिक्षा, बुनियादी ढांचा, गरीब कल्याण और सभी वर्गों के उत्थान से जुड़े विषयों पर भी गहन चर्चा होगी।’’
उन्होंने पिछले साढ़े आठ वर्ष में सरकार की उपलब्धियों का जिक्र करते हुए कहा कि उत्तर प्रदेश ने विकास के क्षेत्र में राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रशंसा प्राप्त की है।
मुख्यमंत्री ने विपक्ष, विशेष रूप से समाजवादी पार्टी पर निशाना साधते हुए कहा, ‘‘उनका एजेंडा विकास के बजाय नकारात्मकता पर केंद्रित रहता है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘पहले जब हमने 36 घंटे की कार्यवाही को आगे बढ़ाया था, तब भी सपा ने इसका विरोध किया और असंसदीय शब्दों का उपयोग किया, जिसके लिए वे पहले से ही कुख्यात हैं।’’ उन्होंने विपक्ष से सकारात्मक और विकासोन्मुखी चर्चा में भाग लेने की अपील की।
मुख्यमंत्री ने उत्तर प्रदेश विधानमंडल को देश का सबसे बड़ा विधानमंडल बताते हुए कहा, ‘‘यहां होने वाली चर्चाएं पूरे देश के लिए एक नजीर बनती हैं। पिछले साढ़े आठ वर्ष में उत्तर प्रदेश विधानमंडल ने कई उपलब्धियां हासिल की हैं और जनहित के मुद्दों पर सार्थक चर्चा की है। इस बार भी 25 करोड़ की आबादी की आकांक्षाओं को पूरा करने के लिए हम महत्वपूर्ण एजेंडे के साथ सत्र में उपस्थित हुए हैं।’’
मुख्यमंत्री ने प्रदेशभर से आए सभी विधानसभा और विधान परिषद सदस्यों का स्वागत किया और सत्र की सफलता के लिए अपनी शुभकामनाएं दीं। उन्होंने कहा कि यह सत्र उत्तर प्रदेश के विकास और समृद्धि की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम होगा। इस अवसर पर उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य और ब्रजेश पाठक भी उपस्थित थे।

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