मोदी को प्रधानमंत्री पद पर बने रहने का नैतिक अधिकार नहीं: सिद्दारमैया

बेंगलुरु{ गहरी खोज }: कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्दारमैया ने शुक्रवार को कहा कि लोकसभा चुनावों के दौरान कथित तौर पर मतदान में बड़े पैमाने पर हुयी धोखाधड़ी के मद्देनजर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को पद पर बने रहने का कोई नैतिक अधिकार नहीं है और उन्हें तत्काल इस्तीफा दे देना चाहिए।
श्री सिद्दारमैया ने कथित चुनावी गड़बड़ियों के खिलाफ कांग्रेस नेता राहुल गांधी के नेतृत्व में यहां फ्रीडम पार्क में आयोजित एक विशाल विरोध रैली को संबोधित करते हुए चुनाव आयोग पर ‘भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के शाखा कार्यालय’ की तरह काम करने का आरोप लगाया।
उन्होंने कहा कि कर्नाटक से शुरू हुआ वोट चोरी विरोधी आंदोलन जल्द ही पूरे देश में फैल जाएगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि श्री गांधी ने मतदान के आंकड़ों का गहन अध्ययन और विश्लेषण करने के बाद, दस्तावेज़ी सबूतों के साथ जनता के सामने तथ्य रखे हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि संविधान के तहत चुनाव आयोग को क़ानूनी तौर पर काम करना चाहिए और कोई भी लोगों के वोट देने के मौलिक अधिकार को नहीं छीन सकता। उन्होंने कहा, “देश की जनता इसकी इजाज़त नहीं देगी।” उन्होंने कुछ ताक़तों को ‘मनुवादी’ और ‘संविधान-विरोधी’ बताते हुए आरोप लगाया कि वे लोकतांत्रिक प्रक्रियाओं को तहस-नहस कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि जनता का जनादेश पार्टी के पक्ष में होने के बावजूद, महादेवपुरा विधानसभा क्षेत्र में धोखाधड़ी के कारण कांग्रेस बेंगलुरु मध्य लोकसभा सीट हार गयी। उन्होंने दावा किया कि कांग्रेस को राज्य में 14 लोकसभा सीटें जीतनी चाहिए थीं, लेकिन मतदाता धोखाधड़ी के कारण उनकी हार हुयी।
श्री सिद्दारमैया ने कहा, “ईवीएम के आने के बाद से ही इसका दुरुपयोग हो रहा है और अब इसके दस्तावेज़ी सबूत मौजूद हैं।” उन्होंने कहा कि श्री गांधी ने लोकतंत्र और संविधान की रक्षा के लिए एक आंदोलन शुरू किया है और विश्वास जताया कि राज्य भर के लोग अपना पूरा समर्थन देंगे।